ग्वालियर, अतुल सक्सेना। ग्वालियर में एक अधिकारी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सपना पूरा करने के लिए गांधीगिरी का तरीका अपना रहे है। इतना ही नहीं, वह जनप्रतिनिधियों से भी के माध्यम से भी जिले के लक्ष्य को पूरा करने में जी-जान से जुटे हुए हैं। नगर निगम ग्वालियर के एडिशनल कमिश्नर मुकुल गुप्ता ने इन दिनों प्रधानमंत्री के सपने को हकीकत का अमलीजामा पहनाने की कमर कस ली है।
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दरअसल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने छोटे गरीब कारोबारी, पथ विक्रेता, फेरी वालों और हाथ ठेले वालों के लिए प्रधानमंत्री स्व निधि योजना बनाई है। इस योजना में गरीब लोगों को व्यापार हेतु बैंक से बिना ब्याज का दस हजार रू का ऋण बिना किसी गारंटी के दिए जाने का प्रावधान है ताकि वे अपना स्वरोजगार प्रारंभ कर सकें। इस ऋण को दिलाए जाने की जिम्मेदारी नगरीय निकायों की है। लेकिन बैंक इन कारोबारियों को ऋण नहीं देते क्योंकि उनको लगता है कि गरीबों को ऋण दिया तो वापस नहीं आएगा। अकेले ग्वालियर नगर निगम में 15,000 से ज्यादा प्रकरण बैंकों को भेजे गए जिनमे अब तक 4500 स्वीकृत हुए हैं। उसके लिए भी एडिशनल कमिश्नर मुकुल गुप्ता को जो तरीका अपनाना पड़ा, वह काबिले तारीफ है। मुकुल गुप्ता के पास यह शिकायत पहुंची कि भारतीय स्टेट बैंक बारादरी शाखा उन लोगों को ऋण देना तो दूर बैंक में भी नहीं घुसने दे रही जो नगर निगम के द्वारा इस योजना के हितग्राही पाए गए थे।