ग्वालियर, अतुल सक्सेना। विधानसभा चुनावों की तैयारियों में जुटी कांग्रेस कल ग्वालियर (Gwalior News) में एक अहम् बैठक करने वाली है। कांग्रेस नेताओं ने इसकी तैयारी शुरू कर दी हैं इसमें कमलनाथ, दिग्विजय सिंह, गोविन्द सिंह जैसे दिग्गज नेता शामिल होंगे। लेकिन उससे पहले ही कांग्रेस ने केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को घेरने की तैयारी शुरू कर दी है। कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता ने एक विवादित बैनर लगाकर एक बार फिर सिंधिया परिवार (Controversial banner against Scindia) पर हमला बोला है। भाजपा ने इसका विरोध किया है और FIR की मांग की है।
ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) के भाजपा (BJP Madhya Pradesh) में जाने के बाद से कांग्रेस (MP Congress) का गुस्सा बार बार बाहर आता ही रहता है। आज शुक्रवार को भी ऐसा ही हुआ। कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता सिद्धार्थ सिंह राजावत ने एक विवादित पोस्टर ज्योतिरादित्य सिंधिया के महल जयविलास पैलेस के पास लगा दिया। बैनर में गद्दार जैसे शब्दों का प्रयोग किया गया है।
कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता पहले भी कई बार ज्योतिरादित्य सिंधिया का मुखर होकर विरोध करते रहे हैं। भाजपा में सिंधिया के जाने के बाद से ग्वालियर में कई बार पोस्टर बैनर लगाए गए हैं। लेकिन इस बार जो बैनर लगाया गया है , वो थोड़ा अलग है। पूरा बैनर जोड़ तोड़ कर कंप्यूटर तकनीक का उपयोग कर बनाया गया है।
बैनर में कमलनाथ, दिग्विजय सिंह, डॉ गोविन्द सिंह और सज्जन वर्मा जैसे दिग्गज कांग्रेस नेताओं की तस्वीर भी हैं जिन्हें महाभारत और रामायण के पत्रों की शक्ल में दिखाया गया है। बैनर लगाने वाले कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता सिद्धार्थ सिंह राजावत ने मीडिया से सिंधिया परिवार का नाम लिए बिना कहा कि गद्दार कौन है, किसने चुरा घोपा है, सब जानते हैं लेकिन अब कांग्रेस के दिग्गज मुकाबला करने के लिए तैयार हैं।
उधर इस विवादित बैनर पर भाजपा ने आपत्ति जताई है। भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता डॉ हितेश बाजपेई ने कहा कि ये घोर आपत्तिजनक कृत्य है जिससे दो “वर्गों” के बीच हिंसा भी हो सकती है। प्रिंट लाइन का और कई कानूनों का उल्लंघन हुआ है। इसमे स्थानीय स्तर पर FIR होना चाहिए।
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Atul Saxena
पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....
पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....