भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। सितंबर में मध्य प्रदेश के मौसम में बड़ा बदलाव देखने को मिलने वाला है। ला नीना के असर से प्रदेश में एक बार फिर बारिश का दौर शुरू हो सकता है। वही 8 सितंबर को एक नया सिस्टम एक्टिव हो रहा है। एमपी मौसम विभाग (MP Weather Department) ने आज शुक्रवार 2 सितंबर 2022 को सभी संभागों में गरज चमक के साथ बारिश की चेतावनी जारी की है। वही 2 जिलों में भारी बारिश की चेतावनी के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है, वही 24 जिलों में बिजली गिरने की चेतावनी जारी की है।
एमपी मौसम विभाग (MP Weather alert ) ने आज शुक्रवार 2 सितंबर को सभी संभागों में गरज चमक के साथ बारिश की संभावना है।नीमच और श्योपुरकला में भारी बारिश की चेतावनी जारी करते हुए येलो अलर्ट जारी किया गया है। वही इंदौर, ग्वालियर, चंबल,उज्जैन, जबलपुर, भोपाल, रीवा, शहडोल,नर्मदापुरम और सागर संभाग में कुछ स्थानों पर गरज चमक के साथ बारिश की चेतावनी जारी की गई है। वही भोपाल, शहडोल, ग्वालियर, चंबल और नर्मदापुरम संभाग के साथ मंडला, बालाघाट, पन्ना, मंदसौर और नीमच में बिजली गिरने और चमकने की चेतावनी जारी की गई है।
एमपी मौसम विभाग (MP Weather Update) के अनुसार, सितंबर में भी झमाझम बारिश होने के आसार है। ला नीना सिस्टम के कारण उज्जैन को छोड़कर भोपाल, इंदौर, ग्वालियर और जबलपुर समेत प्रदेशभर में सामान्य से ज्यादा बारिश हो सकती है। सितंबर महीने में सामान्य से 9% ज्यादा बारिश होने की संभावना है। सितंबर के पहले सप्ताह में कम लेकिन दूसरे और तीसरे सप्ताह में मानसून की गतिविधियां तेज होंगी।वही 8 सितंबर को बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र विकसित हो रहा है।
एमपी मौसम विभाग (MP Weather Forecast) के अनुसार, श्रीलंका से मध्य प्रदेश के तक एक ट्रफ लाइन गुजर रही है। वहीं तमिलनाडु के ऊपपर चक्रवाती घेरा बना हुआ है। जिसके असर से जबलपुर सहित पूर्वी मध्यप्रदेश के कुछ जिलों में हल्की से तेज बारिश हो रही है। जबलपुर सहित संभाग के जिलों में सितंबर के दूसरे सप्ताह तक मौसम के ऐसे ही बने रहने के आसार है। अनेक स्थानों पर गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ने व बिजली चमकने, गिरने की संभावना भी जताई जा रही है।वही मानसून ट्रफ लाइन सामान्य स्थिति में आ गई है और यह हिमालय की तराई से खिसककर हरियाणा के रोहतक होते हुए गुजर रही है, ऐसे में गरज-चमक के साथ बारिश के आसार रहेंगे।
खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते।
"कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ।
खबरों के छपने का आधार भी हूँ।।
मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ।
इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।।
दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ।
झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।"
(पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)