डबरा : कलेक्टर के आदेशों की धज्जियां उड़ाती ग्राम पंचायत बौना, सरपंच लापता ठेकेदार संभाल रहा सारे काम

डबरा, अरुण रजक। कुछ सालों पहले ओटीटी पर एक बड़ी ही मशहूर वेब सीरीज आई थी जिसका नाम था पंचायत। इस वेब सीरीज में गांव और गांव की राजनीति को बड़े ही बखूबी तरीके से दर्शाया गया है। इसमें बताया गया है कि कैसे पत्नी प्रधान का चुनाव जीतकर घर में बैठकर चूल्हा चौका करती है और उसका पति गांव के प्रधान की जिम्मेदारियों का निर्वहन करता है।

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हालांकि यह कोई काल्पनिक बातें नहीं है यह सच्चाई है गांव और छोटे शहरों–कस्बों की, जहां महिला सीट होने के चलते चुनाव तो महिला ही लड़ती है और जीती भी महिला ही है लेकिन जीतने के बाद जिम्मेदारियों का निर्वहन महिला की जगह उसका पति करता है। अगर उसे नाम मात्र की जनप्रतिनिधि कहा जाए तो निश्चित ही यह अतिशयोक्ति नहीं होगी। जीतने के बाद जनसुनवाई भी पति करेगा, काम भी पति देखेगा, समस्याओं का निराकरण भी पति करेगा और पत्नी केवल हस्ताक्षर करेगी। इंतहा तब हो जाती है जब सरकारी मीटिंग और सरकारी दफ्तरों में पति आवागमन करना शुरू कर देते हैं और जनप्रतिनिधि पत्नी घर में चूल्हा चौका और गृहस्थी संभालती है।


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Manisha Kumari Pandey

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