Relationship Tips : इन बातों का ध्यान रखेंगे तो लॉन्ग टर्म तक चलेगा रिश्ता, आजमाएं ये टिप्स

भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। Relationship Tips: प्रेम (Love) और रिलेशनशिप जिंदगी के बहुत अहम पहलू है। अगर आपकी रिलेशनशिप हेल्दी है, उसमें कोई प्रॉब्लम नहीं तो आप सबसे सुखी लोगों में शुमार हैं। लेकिन अक्सर होता है कि शुरूआती दौर में तो कोई भी रिश्ता बहुत अच्छे से चलता है, लेकिन समय बीतने के साथ उसमें कहीं न कहीं कुछ टकराव, मनमुटाव आने लगता है। ऐसे में दोनों ही पक्षों के लिए स्थिति मुश्किल हो जाती है। उसमें भी जो ज्यादा इमोशनली इन्वॉल्व है, उसके लिए संभलना काफी कठिन होता है। तो ऐसा क्या करें कि आप और आपका पार्टनर दोनों एक साथ खुश रहें और आपकी रिलेशनशिप हमेशा लवीडवी चलती रहे। आईये आज इसी पर कुछ बात करते हैं।

रिलेशनशिप टिप्स

  • किसी भी रिश्ते में दो बातें सबसे महत्वपूर्ण होती है..एक प्रेम दूसरा विश्वास। यही रिलेशनशिप की नींव भी है और इसमें से अगर कुछ भी गड़बड़ाया तो रिश्ता खतरे में पड़ सकता है। इसीलिए हमेशा कोशिश करें कि प्रेम की ताज़गी बनी रहे और विश्वास मजबूत होता जाए। आपसी ईमानदारी और सच्चाई ही प्रेम के पौधे में खाद का काम करती है।
  • अपने इगो को रिश्ते के आड़े न आने दें। आत्मसम्मान बेहद जरूरी है लेकिन आत्मसम्मान और अहम के बीच बहुत बारीक लकीर है। किसी भी रिश्ते के लिए आत्मसम्मान को ताक पर नहीं रखा जाना चाहिए, लेकिन किसी भी रिश्ते में बेज़ा अहम भी आड़े नहीं आना चाहिए। इसलिए छोटी छोटी लड़ाई, मनमुटाव के बाद सुलह के लिए आगे आना, सॉरी बोलना और सामने वाले को मना लेने में कोई हर्ज़ नहीं।
  • हम रिश्ते की शुरूआती दौर में तो एक दूसरे के प्रति अपने लव और अफेक्शन का खूब इज़हार करते हैं। लेकिन जैसे जैसे समय बीतता जाता है, एक दूसरे को आई लव यू (I Love you) बोलना भूल जाते हैं। ऐसा भूलकर भी मत कीजिये। प्यार ज़ाहिर करना बहुत जरूरी है, ये सामने वाले को उसकी अहमियत तो बताता ही है, साथ ही आपके लिए उसके मन में प्रेम को बढ़ाता भी है। इसलिए “मैं तुमसे प्यार करता हूं, तुम मेरे लिए बहुत खास हो, तुमने मेरी ज़िंदगी को खूबसूरत बना दिया, मैं तुम्हारे बिना नहीं रह सकता, मुझे तुम्हारी याद आती है,आई मिस यू” जैसी छोटी छोटी प्यारी बातें कहते रहिये।
  • शब्दों के अलावा फिज़िकल लव और इंटीमेसी जताना भी जरूरी है। यहां बात सेक्स की नहीं, स्पर्श और नजदीकियों की हो रही है। अपने पार्टनर को किस करना, गले लगाना, उसके माथे को चूम लेना, उसकी तकलीफ में सिर दबाना, हाथ पकड़कर बैठना बहुत ही सुंदर बात है। अगर आप ड्राइविंग पर साथ जा रहे हैं तो थोड़ी देर के लिए अपने पार्टनर का हाथ थाम लीजिये, ये बातें इमोशनल बॉन्डिंग को स्ट्रांग करती हैं।
  • रिलेशनशिप में रोमांस का होना बहुत जरूरी है। चाहे लड़की हो या लड़का, दोनों को अपने रिश्ते को महकाने के लिए रोमांटिक माहौल बनाए रखना चाहिए। एक दूसरे के लिए कभी फूल ले आना, उसकी पसंद की छोटी छोटी चीज़ें गिफ्ट करना, उसके लिए कुक करना, मैसेज में प्यार जताना, छोटे छोटे सरप्राइज़ देना आपके रिलेशनशिप को और मज़बूत करता है।
  • कोई भी व्यक्ति परफेक्ट नहीं होता। हम खुद नहीं हो सकते इसलिए सामने वाले से ये उम्मीद करना बेमानी है। इसीलिए जो जैसा है उसे वैसा ही स्वीकारिये। अगर कोई ऐसी आदत या लत नहीं है जो उसके या दूसरों के लिए नुकसानदेह है तो उसे बदलने की कोशिश मत कीजिये। शख्स को उसकी खूबियों और कमियों के साथ अपनाइये।
  • सामने वाले का खयाल रखने के साथ अपना भी पूरा ध्यान रखिये। रिलेशनशिप में हंड्रेड परसेंट इन्वेस्ट करने का मतलब खुद को इग्नोर करना नहीं है। अपने मूड का, हॉबी का, अपनी इच्छाओं का भी सम्मान करें।
  • किसी के प्रेम में होने पर थोड़ा बहुत पज़ेसिव होना जायज़ है। लेकिन ये इस हद तक न बढ़ जाए कि आपके रिश्ते में दरार आने लगे। कई बार ज्यादा पजेसिव होने से सामने वाले को दम घुटता महसूस होता है। इसलिए इस बात पर खास ध्यान रखें। बेवजह शक से बचें क्योंकि एक बार शक़ घर कर गया तो फिर मजबूत से मजबूत रिश्ता दरकने में समय नहीं लगता।
  • किसी भी रिलेशनशिप में स्पेस का बहुत महत्व है। प्रेम में होने का मतलब सामने वाले का स्पेस कैप्चर कर लेना नहीं है। उसे भी थोड़ा मौका दें और खुद भी खुली हवा में सांस लें। अपने दोस्तों के साथ भी समय बिताएं। कोशिश करें कि एक दूसरे को अपने फ्रेंड सर्किल में ले जाएं और कॉमन फ्रेंडशिप भी करें। इससे लाइफ में एकरसता से छुटकारा मिलेगा।
  • अगर आप किसी रिलेशनशिप में हैं और आपको महसूस हो रहा है कि कहीं कुछ गड़बड़ है या दोनों के बीच कुछ मिसिंग है तो बात करें। किसी भी रिश्ते में संवाद की बहुत बड़ी भूमिका होती है। कहा जाता है कि बात करने से बड़े से बड़ी समस्या सुलझ जाती है। आपस में खूब बात करें और फिर भी कहीं कोई समस्या महसूस हो तो रिलेशनशिप एक्सपर्ट या काउंसर की सलाह लेने में हिचकिचाएं नहीं।

About Author
श्रुति कुशवाहा

श्रुति कुशवाहा

2001 में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय भोपाल से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर (M.J, Masters of Journalism)। 2001 से 2013 तक ईटीवी हैदराबाद, सहारा न्यूज दिल्ली-भोपाल, लाइव इंडिया मुंबई में कार्य अनुभव। साहित्य पठन-पाठन में विशेष रूचि।