स्वजनों का आरोप है कि रेलवे अस्पताल में पदस्थ कर्मचारी नशे में धुत होकर काम कर रहे थे। जिसके कारण खाली ऑक्सीजन सिलेंडर मरीज को लगा दिया गया था। वही ऑफिसर को जांच किया गया है। इसके साथ ही डॉक्टर की जांच कमेटी तैयार की गई है।
एक अन्य कार्रवाई जबलपुर जिले में की गई है। जहां विभागीय जांच में लापरवाही बरतने पर उच्च माध्यमिक शिक्षक और प्रभारी प्राचार्य को निलंबित कर दिया गया है। दरअसल शासकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय शर्मा की तत्कालीन प्राचार्य प्रीति पाटकर को निलंबित कर दिया गया है। सहायक शिक्षक के खिलाफ विभागीय जांच में सहयोग न करने और जिला शिक्षा अधिकारी के निर्देश का पालन नहीं करने पर आयुक्त द्वारा उन्हें निलंबित किया गया है।
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एक अन्य कार्रवाई छिंदवाड़ा जिले में की गई है। बुधवार को जिला प्रशासन नगर निगम और पुलिस ने मिलकर बड़ी कार्रवाई की। इस दौरान खजरी रोड के सामने अतिक्रमण हटवाया गया। कई दुकानें प्रभावित हुई। वहीं शासकीय जमीन पर कई दुकानों का कब्जा देखने को मिल रहा है। अवैध रूप से इस पर अतिक्रमण कर दुकानदार दुकान संचालित कर रहे हैं। जिस पर यह कार्रवाई की गई है।
अतिक्रमण को लेकर शिकायत विषय दिनों कृपाशंकर सूर्यवंशी और अन्य लोगों से की गई थी। जिसकी जांच में सत्यता पाए जाने के बाद आज अतिक्रमण को हटाया गया। इससे पहले सभी दुकानदारों को अवैध अतिक्रमण हटाने के लिए नोटिस भी जारी किया गया था।
वहीं एक अन्य कार्रवाई इंदौर जिले में की गई है। जहां मंडी में अव्यवस्था उजागर होने के बाद तीन कर्मचारियों को निलंबित कर दिया गया है। जिन्हें निलंबित किया गया, उनमें प्रभारी धर्मेंद्र सिंह तोमर के अलावा अन्य कर्मचारी भी शामिल है। साथ ही मंडी की सुरक्षा व्यवस्था में लापरवाही बरतने पर 9 सुरक्षाकर्मी को भी पद से हटा दिया गया है।
अपर कलेक्टर व मंडी के भावसाधक अधिकारी द्वारा सोमवार को यह कार्रवाई की गई है। इस दौरान निरीक्षण पर छह सुरक्षाकर्मी गैरहाजिर मिले थे। सुरक्षा एजेंसी के इन कर्मचारियों को ड्यूटी पर तैनात होना था लेकिन वह नदारद मिले। साथ ही मंडी व्यवस्था में कड़ी लापरवाही उजागर हुई। जिसके कारण यह कार्रवाई की गई है।