इससे पहले MPTET 2018 उम्मीदवारों को शिवराज सरकार ने बड़ी राहत दी है। दरअसल राज्य शासन की ओर से एमपी टेट 2018 के उम्मीदवारों की पात्रता वैधता की समय सीमा को 3 वर्ष से बढ़ाकर 5 वर्ष कर दिया गया है। इसके अलावा आर्थिक रूप से पिछड़े वर्ग के लिए भी न्यूनतम 90 अंक को घटाकर 75 कर दिया गया है। इस बड़े संशोधन के साथ ही वंचित वर्गों को नई भर्तियों में बड़ा लाभ मिलेगा। माना जा रहा है कि जल्दी स्कूल शिक्षा विभाग कई पदों पर भर्ती का आयोजन कर सकता है।
प्रदेश में शासकीय स्कूल में पाठन की व्यवस्था को सुधारने के लिए प्राइमरी और मिडिल स्कूलों में 14000 शिक्षकों की नियुक्ति की जाएगी। इसमें शिक्षक पात्रता परीक्षा 2018 के उन अभ्यर्थियों को भी शामिल किया जाएगा। शिक्षा विभाग ने इसकी तैयारी शुरू किया गया है। वहीं अब चयनित शिक्षक अगस्त 2024 तक इसकी पात्रता रखेंगे।
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इसके अलावा माध्यमिक शिक्षक वर्ग 2 (MPTET Varg-2) की परीक्षा परिणाम की घोषणा 26 अक्टूबर 2019 को हुई थी। वहीं ऐसे उम्मीदवारों की वैधता अवधि बढ़कर 26 अक्टूबर 2025 हो गई है। अभी मध्य प्रदेश के शासकीय स्कूल में 80000 से अधिक शिक्षकों की कमी है। स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा 20,000 अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति की जा रही है। हालांकि अतिथि शिक्षकों के अलावा 14000 शिक्षकों की भर्ती अलग से करने का निर्णय लिया गया है। जिसमें 7000 उच्च माध्यमिक शिक्षक सहित 5000 माध्यमिक शिक्षक के पदों पर भर्ती का आयोजन किया जाएगा।
हालांकि अभी इनकी नियुक्ति प्रक्रिया को लेकर संशय बरकरार है। दस्तावेज सत्यापन और तिथियों की घोषणा के लिए उम्मीदवारों को थोड़ा इंतजार करना होगा। बता दे वर्तमान में कई शासकीय स्कूल अतिथि शिक्षकों के भरोसे संचालित किए जा रहे है। 40,000 से अधिक पदों पर अतिथि शिक्षक कार्यरत हैं। वही 20,000 की नियुक्तियां की जा रही है अतिथि शिक्षक होने के बावजूद मध्य प्रदेश में 40000 से ज्यादा शिक्षकों की कमी रहेगी।
वहीं उच्च शिक्षा की बात करें तो प्रदेश के 542 सरकारी कॉलेज में करीब 6000 शिक्षकों के पद खाली हैं। वहीं उच्च शिक्षा विभाग में भर्ती के लिए कई पद स्वीकृत कर लिए हैं। बीते दिनों हुई कैबिनेट की बैठक में राजगढ़ महाविद्यालय के 73 पर स्वीकृति बनी थी। यादव के मध्य प्रदेश के कॉलेज में 12087 शिक्षकों के पद स्वीकृत हैं। जिसमें से 6941 पद भरे हुए हैं। वही 5186 पद अभी भी खाली हैं।