मामला था 10 मार्च का जब कुछ छात्र विश्व विद्यालय की टंकी पर चढ़े हुए थे। जब गार्ड ने उनको ऊपर देखा तब उनसे नीचे आने के लिए कहा और आईडी दिखाने के लिए कहा। इसके बाद गार्ड और छात्रों के बीच मुंहवाद शुरू हो गया और फिर छात्रों ने गार्ड को पीटना शुरू कर दिया। यह देखकर गार्ड के और साथी वहां पहुंचे और जानकारी के मुताबिक उन्होंने भी छात्रों की पिटाई कर दी।
छात्रों का पक्ष
वहीं दूसरी ओर छात्रों का कहना है कि हम केवल टंकी पर फोटो खींचने गए थे। हमें इस बात की जानकारी नहीं थी कि वहां फोटो खींचना मना है। हम जब नीचे उतरे और गार्ड ने हमसे पूछा तब हमने उसे बताया कि हमें इस बात की जानकारी नहीं थी। यह बता कर हम अपनी छात्रावास की ओर जाने लगे, लेकिन बावजूद इसके गार्ड ने अपने अन्य सहकर्मियों को बुलाया जिन्होंने आते ही चिल्ला चोंट शुरू कर हमारी पिटाई कर दी।
हालांकि हाथापाई में गार्ड और छात्र सभी चोटिल हुए जिसके बाद उन्हें शहडोल जिला चिकित्सालय में भेज दिया गया। सुरक्षाकर्मियों ने छात्रों के खिलाफ अमरकंटक थाने में शिकायत भी दर्ज कराई है।
राहुल गांधी और पिनराई विजयन ने की जांच की मांग
इस मामले के बाद राहुल गांधी ने ट्वीट कर लिखा कि जो छात्रों के साथ हुआ वह किसी भी सूरत में स्वीकार्य नहीं है। यह बेहद शर्मनाक है और इसकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए।
वहीं केरल के सीएम पिनराई विजयन ने अपने ट्वीट में लिखा है कि इस मामले की निष्पक्ष जांच होना चाहिए और दोषियों पर जल्द से जल्द कार्रवाई होना चाहिए। इसके साथ ही परिसर में मौजूद सभी छात्रों की सुरक्षा भी सुनिश्चित कराई जानी चाहिए।
IGNTU ने की जांच समिति गठित
मामले की गंभीरता को देखते हुए विश्वविद्यालय द्वारा जांच समिति गठित की गई है। अपने ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर जानकारी देते हुए IGNTU ने बताया कि “10 मार्च 2023 को वि.वि.में स्थित पानी की टंकी पर चढ़े कतिपय छात्रों और वि.वि. के सुरक्षाकर्मियों के बीच कथित विवाद की जांच के लिए वि.वि. द्वारा जांच समिति गठित की गई है। जिसकी रिपोर्ट आने पर घटना में दोषी पाए जाने वाले तत्वों के विरुद्ध विधि सम्मत कठोर कार्यवाही की जाएगी।”