ग्वालियर, अतुल सक्सेना। शहर को स्वच्छ रखने का संकल्प लेने वाले ऊर्जा मंत्री प्रद्यम्न सिंह तोमर (Energy Minister Pradyuman Singh Tomar) ने गुरुवार को एक बार फिर नाले में उतरकर अपने हाथों से सफाई कीचड़ साफ़ की और नगर निगम के अधिकारियों को उनकी सफाई की हकीकत दिखाई। उन्होंने मौके पर मौजूद ग्वालियर नगर निगम(Gwalior Municipal Corporation) के अधिकारियों के सामने फावड़े को नाले में डालकर गंदगी की गहराई दिखाई और फटकार लगते हुए कहा कि ये लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी।
सफाई व्यवस्था के मामले में चर्चित मध्य प्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर लम्बे समय से सफाई करते दिखाई दे रहे हैं। कभी वे टॉयलेट साफ़ करते दिखाई देते हैं, कभी सड़क पर या श्मशान में झाड़ू लगाते, कभी नसेनी पर चढ़कर ट्रांसफार्मर के ऊपर की झाड़ियां साफ करते तो कभी नाले में उतरकर उसकी गंदगी कीचड़ साफ़ करते दिखाई देते हैं।
पिछले दिनों 12 नवंबर को उन्होंने एक महीने तक रोज विशेष सफाई अभियान चलाने का संकल्प लिया है। इसी संकल्प के तहत ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर आज गुरुवार को वार्ड 33 के अंतर्गत शिंदे की छावनी क्षेत्र में स्वच्छता अभियान चलाया। निरीक्षण के दौरान मंत्री को यहाँ छोटे नालों में ऊपर तक गंदगी और कीचड़ दिखाई दी। इसपर वे भड़क गए।
कीचड़ से भरा नाला देख ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर खुद नाले में उतर गए और उन्होंने फावड़े से गंदगी निकालना शुरू की। ऐसा उन्होंने क्षेत्र में कई छोटे नालों में किया। ऊर्जा मंत्री ने नाले में फावड़ा डालकर अधिकारियों को उसमें जमी गंदगी की गहराई दिखाई और कहा किये लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि उन्हें अब गंदगी दिखाई दी तो अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई होगी।
ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने शहर (Gwalior News) के लोगों से अपील की कि वे नाली और नाले में पॉलीथिन, कचरा आदि नहीं डाले। इसे वे नगर निगम की गाड़ी में ही डालें। उन्होंने कहा कि सभी की सहभागिता होगी तभी हमारा शहर ग्वालियर स्वच्छता में नंबर 1 आ पायेगा।
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Atul Saxena
पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....
पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....