जीवनशैली, डेस्क रिपोर्ट। गर्मियां शुरू हो चुकी हैं, कई प्रदेशों में अप्रैल में ही मई-जून की गर्मी का अहसास होने लगा है। ऐसे में लोग फ्रिज के ठंडे पानी का उपयोग करने लगे हैं लेकिन ये जानते हुए भी कि फ्रिज का ठंडा पानी (Fridge Cold Water) शरीर को कई तरह नुकसान पहुंचा सकता है, उसको पीना नहीं छोड़ते, लेकिन क्या आप जानते हैं कि मटके का ठंडा पानी शरीर के लिए कितना फायदेमंद है? यदि आप नहीं जानते तो हम आपको बताते हैं कि मिटटी से बने मटके का पानी (Clay Pot Water) आपके शरीर को कितना फायदा देता है।
अपने शरीर को बीमारियों से दूर रखने के लिए आपके लिए गर्मियों में मिटटी के मटके का पानी (Mitti ke Matke Ka Pani) वरदान साबित हो सकता है। मिटटी में कई तरह के लाभकारी गुण होते हैं, इसमें मौजूद कुदरती मिनरल्स और अन्य तत्व शरीर के विषैले तत्वों को बाहर करने में मदद करते हैं। कुछ लोग तो मटके के पानी को “देसी फ्रिज” का पानी भी कहते है।
मटके का पानी(Matke Ka Pani) शरीर को बीमारियों से लड़ने की ताकत देता हैं यानि मटके का पानी शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है। मटके में पानी स्टोर कर रखने से पानी में टेस्टोस्टेरोन का लेवल बढ़ जाता है जो शरीर के लिए लाभदायक होता है।
गले के लिए वरदान है मटके का पानी
गर्मियों में जब बाहर से घर में आते हैं तो ज्यादातर लोग फ्रिज खोलकर बोतल में रखा ठंडा पानी सीधे मुँह में डालकर पी लेते हैं, ये गले को बहुत नुकसान पहुंचाता है क्योंकि गर्मी से आकर तेज ठंडा पानी पीने गले की नाजुक कोशिकाओं का तापमान एकदम से कम हो जाता है, कोशिकाओं में सिकुड़न, सूजन जैसे समस्या आ सकती है , जबकि मटके से गले पर कोई विपरीत प्रभाव नहीं पड़ता, क्योंकि मटके का पानी का तापमान फ्रिज की तरह चिल्ड नहीं होता।
ब्लड प्रेशर नियंत्रित रखता है
मटके का पानी ब्लड प्रेशरक को नियंत्रित रखता है। मिटटी के कुदरती तत्व शरीर से टॉक्सिन की मात्रा को बाहर कर देता हैं , ये बैड कोलेस्ट्रोल को भी शरीर से निकाल देता है जिससे हार्ट अटैक का खतरा भी कम रहता है।
खून की कमी वाले के लिए वरदान
मटका का पानी खून की कमी वाले व्यक्ति के लिए वरदान है, मिटटी में भरपूर मात्रा में आयरन होता है जो मटके के पानी के साथ शरीर में जाता है। ऐसे में जो एनिमिक होता है उसके शरीर में खून की कमी पूरी हो जाती है।
मिटटी प्रकृति से मिला एक वरदान है इसमें बहुत गुण होते हैं। इसका एंटी इंफ्लेमेटरी गुण शरीर को बहुत फायदा पहुंचाता है। मटके का पानी शरीर के दर्द, सूजन, ऐंठन आदि में बहुत फायदा देता है। अर्थराइटिस के मरीजों के लिए भी मटके का पानी बहुत लाभकारी होता है।
त्वचा के रोग भी दूर करता है
मटके का पानी त्वचा के रोगों के लिए बहुत लाभकारी है। ये मुहांसे, फोड़े, फुंसी को जल्दी ठीक करने में मदद करता है, और त्वचा में भी निखार लाता है।
लू से बचाता है
मटके में स्टोर किया गया पानी अमृत के समान हो जाता है, इसके पानी में मौजूद मिटटी के प्राकृतिक तत्व, मिनरल्स शरीर के अंदर मौजूद ग्लूकोज के स्तर को मेंटेन रखते हैं। जिससे शरीर ठंडा बना रहता है और लू से बचाव करता है।
पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....
पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....