दतिया,डेस्क रिपोर्ट। मध्यप्रदेश के दतिया (datia) जिले में गाैरव दिवस (gorav diwas) के माैके पर बुधवार काे माई पीताम्बरा (maa pitambara) के प्रगटोत्सव (praktosav) पर विशाल रथ यात्रा निकली। जिसमें लाखो भक्त (devotees) शामिल हुए हैं। दतिया में यह एक नई परंपरा की शुरुआत हुई है। बता दें कि ओडिशा के पुरी में भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा की तर्ज पर शाम को दतिया में मां पीतांबरा चांदी के रथ पर सवार होकर नगर भ्रमण पर निकलीं। यात्रा पीतांबरा पीठ से नगर के विभिन्न रास्तों से होकर स्टेडियम ग्राउंड पर समाप्त होगी। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (cm shivraj singh) और राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया (Former Chief Minister Vasundhara Raje Scindia) एवं पीतांबरा एवं पीतांबरा पीठ ट्रस्ट की अध्यक्ष ने सबसे पहले रथ की रस्सी को खींचा। श्रद्धालुओं ने केवल माई के रथ की रस्सी को स्पर्श कर आशीर्वाद लिया। उत्सव को लेकर पूरे नगर को सजाया गया है। वहीं इस धार्मिक उत्सव के संयोजक डॉ नरोत्तम मिश्रा (dr narottam mishra) ने माई के रथ को खींच कर, माई की नगर यात्रा का शुभारंभ किया।
आपको बता दें कि माई पीताम्बरा का यह रथ राजस्थान में बनकर तैयार हुआ है। इस रथ में चांदी पीतल और लकड़ी का उपयोग किया गया है। रथ की अनुमानित कीमत 17 लाख रुपए बताई जा रही है। इस रथ पर माता का मुकुट और छायाचित्र विराजमान था। इसी के साथ स्वामी जी महाराज का रथ भी साथ चला। इसमें स्वामी जी महाराज की चरण पादुका और फोटो को रखा गया है।
“वसुंधरा जी ने कहा आइए! हम सब मिलकर अपने दतिया को स्वच्छता में चौथे पर नहीं रहना है पहले पर आना है।”
शिवराज बोले”अभी से कोशिश करेंगे तो, अगले साल तक हो जायेंगे। सभी का सहयोग मिलेगा। बेटी का सम्मान, स्वच्छता, सारे अच्छे काम! अंत में एक बात और दतियावासियों, सरकार तो करेगी ही लेकिन, अपनी तरफ से यह हमारा नगर है, माई का नगर है।
ईमानदारी से दिला पर हाथ रख कर बताना! अपने शहर के लिए अपना कोई कर्तव्य है या नहीं..??
तो हम सब मिलकर भी जो मन में हो वो करे!
कोई स्वच्छता में योगदान दे!
कोई आंगनवाड़ी ठीक करे!
कोई अस्पताल में पंखा दान कर दे!
कुछ न कुछ जरूर करना मेरे बहनों और भाइयों! सरकार के साथ अगर समाज भी जुट जायेगा तो, दतिया और मध्यप्रदेश ऐसा आगे बढ़ेगा दुनिया देखेगी।”
सीएम शिवराज ने कहा कि “अब यहां तो कोई खास नहीं है। सब आम है और सब आम, खास हैं । मां की कृपा बरस रही है। मैं जहां तक देख रहा हूं, भक्त ही भक्त दिखाई दे रहे हैं, दोनों हाथ जोड़कर मैं इन भक्तों को प्रणाम करता हूं, माताओं को प्रणाम करता हूं।
आज तो अद्भुत दृश्य है, भाई! …
माई के रंग में रंग गई दतिया, पीला कुर्ता, पीली धोती, पीला गमछा, पीली साड़ी, ऐसा लग रहा है की मां का पूरा लोक यहीं पर उतर आया है। जहां तक नजर जाए, पीतांबरा माई की कृपा बरस रही है। नरोत्तम जी मैं अगर सच में कहूं, तो आज मुझे हर मां और बेटी में माई के दर्शन हो रहे हैं। यह गौरव दिवस का कार्यक्रम, मेरे मन में इस लिए आया अगर अपने शहर के प्रति अगर गौरव और गर्व का भाव नहीं होगा तो, अकेली सरकार शहर को आगे नहीं बढ़ा सकती।
यह आह्वाहन मैंने पूरे प्रदेश में किया कि, अपने अपने शहर और गांव का गौरव दिवस मनाओ कई शहरों ने मनाया है कई मनाने वाले हैं। लेकिन, डॉक्टर नरोत्तम मिश्रा जी दतिया ने तो कमाल कर दिया, नया इतिहास रच दिया। यहां के जिला प्रशासन के साथ मिलकर डॉक्टर नरोत्तम मिश्रा जी के नेतृत्व में, महीने भर अलग अलग कार्यक्रम दतिया का इतिहास, दतिया का पुरातत्व, मंदिर का महत्व, कला संस्कृति की अनेकों प्रतियोगिताएं हुई।
आज आप देखिए! केवल दतिया से नहीं चारों दिशाओं से लोग चले आ रहें हैं।”
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Amit Sengar
मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है।
वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”