हम उस थकान के बारे में यहां पर बात कर रहे हैं जो आपके शरीर में समा गई है यह कोई एक-दो दिन या हफ्ते भर की थकान नहीं है। हो सकता है आप इसे 6 महीनों या साल भर से झेल रहे हो तो यह क्रोनिक फेटीग सिंड्रोम हो सकता है। हर साल 12 मई को वर्ल्ड क्रोनिक फेटीग सिंड्रोम डे जागरूकता दिवस के रूप में मनाया जाता है। इसका उद्देश्य लोगों को जागरूक करना है कि हर व्यक्ति को इस गंभीर बीमारी के बारे में पता हो।
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क्रोनिक फेटीग सिंड्रोम या मायालजिक ऐनसेफैलोमाईलाइटिस एक जटिल बीमारी है। जो आपके पूरे शरीर को प्रभावित करती है। जिससे आपको अत्यधिक दर्द और थकान बनी रहती है। यह आपके शरीर के कई प्रणालियों को प्रभावित करती है। इसके कारण लोग अत्यधिक थकान का अनुभव करते हैं। व्यायाम के बाद भी नींद की समस्या बनी रहती है, सोचने और ध्यान केंद्रित करने में दिक्कत होती है, दर्द और चक्कर भी आने लगते हैं। इसके अलावा दैनिक जीवन की जुड़ी गतिविधियों में भी असुविधा उत्पन्न होने लगती है।
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लक्षण
- जिन गतिविधियों को आप पहले आराम से कर लेते थे अब उसे नहीं कर पा रहे हैं
- बहुत ज्यादा थकान आराम करने के बावजूद थकावट का बना रहना
- किसी भी एक्टिविटी को नहीं कर पाना
- याददाश्त या एकाग्रता की समस्या उत्पन्न होना
- गला खराब रहना सिर दर्द कभी भी होना
- गर्दन यह बगल में बढ़े हुए लैंप नोड्स
- मांस पेशियों और जोड़ों में दर्द
- लेटने पर बैठने पर या खड़े होने पर चक्कर आना
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जिन लोगों को क्रोनिक फेटीग सिंड्रोम है उनकी प्रत्येक रक्षा प्रणाली कमजोर हो जाती है जो इस विकार को बढ़ाने का काम करती है। कुछ लोगों का मानना है कि यह लक्षण शुरू होने से पहले उन्हें चोट लगी थी सर्जरी हुई थी या कोई भावनात्मक तनाव का अनुभव हुआ था। जीवन शैली में कुछ बदलाव करके आप इन लक्षणों से दूर जा सकते हैं। आपको कैफीन का सेवन कम करना चाहिए। इससे आपको अनिद्रा को कम करने में मदद मिलेगी। वहीं अल्कोहल और निकोटिन को भी छोड़ना होगा ताकि आपका स्वास्थ्य जल्दी रिकवर हो सके। दिन में सोने से बचें क्योंकि है आपके रात में सोने की क्षमता को नुकसान पहुंचा रहा है एक स्लीपिंग रूटीन बनाएं।
नोट – यह जानकारी इंटरनेट बेस्ड है। ऐसे लक्षण दिखने पर डॉ. से परामर्श करें।