टाटा मोटर्स के गोदाम से लगे रोडलाईंस में डंप किये गये पटाखे, ग्रामीणों के विरोध के बाद पुलिस ने किया सील

बालाघाट,सुनील कोरे। जून 2017 में मुख्यालय से चंद दूरी पर स्थित खैरी में चल रही पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट के बाद 27 श्रमिकों की मौत हो गई थी। जिसे आज भी बालाघाट (Balaghat) भुला नहीं है। आज भी घटना की याद जेहन को झंझोड़ देती है। जहां पटाखा में विस्फोट से श्रमिक जिंदा जल गये थे। उस दौरान घटना में सामने आया था कि बिना अनुमति के बड़ी मात्रा में विस्फोटक भंडारित कर पटाखों का निर्माण किया रहा था।

खैरीकांड के बाद यदि नैतरा में भंडारित रखे गये पटाखो में विस्फोट होता तो निश्चित ही कई लोगों पर इसका प्रभाव पड़ता। चूंकि नैतरा स्थित टाटा मोटर्स से लगे एक रोडलाईंस गोदाम में तीन ट्रक पटाखे भंडारित कर रखे गये थे। जैसे ही इसकी जानकारी जागरूक ग्रामीण युवाओं को मिली, उन्होंने ग्रामीणो के सहयोग से इसको लेकर प्रदर्शन किया। जिसके बाद यह जानकारी पुलिस को मिली।


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Amit Sengar

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मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है। वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”