धर्म, डेस्क रिपोर्ट। भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष के चतुर्थी के दिन गणेश जी (Ganesh) का जन्म हुआ था। ऐसे में हर साल हिंदू धर्म में इस दिन से लोग गणेश चतुर्थी (Ganesh Chaturthi) का त्यौहार मनाते है। ये त्यौहार 10 दिन तक मनाया जाता है। इस साल इस त्यौहार की धूम काफी ज्यादा देखने को मिलेगी।
इस साल ये त्यौहार बड़े ही हर्षोउल्लास के साथ मनाया जाएगा क्योंकि बीते दो साल गणेश चतुर्थी के त्यौहार की रौनक कोरोना की वजह से फीकी रही। लेकिन इस साल इसकी रौनक काफी ज्यादा देखने को मिलेगी। साथ ही जगह जगह आयोजन किए जाएंगे। कुल मिला कर इस साल का गणेशोत्सव (Ganpati) बेहद खास होने वाला है। लोग इसकी तैयारियों में अभी से जुट चुके हैं। क्योंकि इस साल गणेश चतुर्थी का त्यौहार 31 अगस्त के दिन आ रहा है।
31 अगस्त के दिन लोग गणेश जी की स्थापना अपने घरों में (Ganpati Murti Sthapana Vidhi) करेंगे। ऐसे में आज हम आपको गणेश जी की स्थापना करने का सही तरीका बताने जा रहे हैं। इस विधि विधान से अगर गणेश जी की स्थापना की जाए तो धन से जुड़ी सभी समस्या खत्म होती है और धाम की बरसात होना शुरू हो जाती है। तो चलिए जानते है कैसे करना चाहिए गणेश जी की विधि विधान से स्थापना –
शुभ मुहूर्त –
आपको बता दे, गणेश की जी स्थापना हमेशा शुभ मुहूर्त में ही करना चाहिए। इस बार गणेश चतुर्थी 31 अगस्त को आ रही है ऐसे में लोग व्रत भी 31 अगस्त के दिन ही रखेंगे। शुभ मुहूर्त की बात करें तो 31 अगस्त बुधवार की सुबह 11 बजकर 05 मिनट से लेकर 01 सितंबर की रात्रि 01 बजकर 38 मिनट तक रहेगा।
मूर्ति स्थापना विधि –
इसके लिए आपको गणेश चतुर्थी के दिन सबसे पहले स्नान कर एक नई चौकी लेना है। उसके बाद इस चौकी पर आपको लाल रंग का कपडा बिछाना है फिर इसपर आपको अक्षत रख कर गणेश जी की आराधना करना है। उसके बाद आप इस चौकी पर मूर्ति स्थापित कर सकते हैं। आपको बता दे, मूर्ति स्थापित करने के बाद आपको गंगाजल छिड़क कर मूर्ति के दोनों तरफ सुपारी रखना है। वहीं उसके बाद मुर्ति के दाईं ओर एक जल से भरा कलश रखना है।
वहीं गणेश जी कि आराधना करते वक्त आपको ‘ऊं गं गणपतये नमः’ का उच्चारण करना है। ऐसे मूर्ति की स्थापना करने से आपका जीवन खुशहाल तो बनेगा ही साथ ही में आपकी आर्थिक तंगी भी दूर हो जाएगी। ज्योतिषों का मानना है कि अगर भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष के चतुर्थी के दिन गणेश जी कि मूर्ति की स्थापना की जाए और सच्चे मन से मनोकामनाएं मांगी जाए तो वो पूर्ण होती है। साथ ही इससे जीवन में भाग्यदाय होता है और जीवन खुशहाल बना रहता हैं।
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Ayushi Jain
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