108 फोन करने के बाद भी नहीं आई एम्बुलेंस, बीमार पिता को ठेले पर रखकर अस्पताल ले गया बेटा

भिंड,सचिन शर्मा। ग्रामीण इलाकों में स्वास्थ्य सेवाओं के दुरुस्त होने का प्रदेश सरकार भले ही लाख दावे करें पर सच्चाई कुछ और ही है, ऐसा ही मामला मध्यप्रदेश के भिंड (bhind news) जिले की दबोह कस्वे की ग्राम मारपुरा का है जहाँ बेटा अपने बीमार पिता को चार पहिया ठेले पर रखकर ठेले को 6 किलोमीटर तक धकेल कर दबोह अस्पताल लेकर पहुंचा।

यह भी पढ़े…तहसीलदार व पटवारी हुए लापता, परिजनों ने थाने में दर्ज कराई गुमशुदगी की रिपोर्ट


About Author
Amit Sengar

Amit Sengar

मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है। वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”