Neemuch News: 200 ग्राम स्मैक के साथ पुलिस ने एक आरोपी को किया गिरफ्तार, 20 लाख रुपए बताई जा रही कीमत

आरोपी के पास से 200 ग्राम स्मैक बरामद हुई, जिसकी किमती बाजार में 20 लाख रुपये बताई जा रही है। इसके अलावा बिना नंबर की 20 हजार रुपए कीमत की बाइक को जब्त कर लिया।

Shashank Baranwal
Published on -
Neemuch News

Neemuch News: मध्य प्रदेश के नीमच जिले में पुलिस ने अवैध मादक पदार्थ के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। इस दौरान भानपुर थाने की पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी के पास से 200 ग्राम स्मैक भी बरामद हुई है। वहीं आरोपी के खिलाफ पुलिस ने एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज कर जांच पड़ताल शुरू कर दी है।

20 लाख रुपए बताई जा रही कीमत

जानकारी के मुताबिक पुलिस को मुखबिर से सूचना प्राप्त हुई कि एक व्यक्ति जिसके छोटे बाल का व्यक्ति बिना नंबर की एच एफ डीलक्स बाइक से अपने साथ अवैध मादक पदार्थ स्मैक लेकर दधाखेडी माता जी मंदिर की भानपुरा की तरफ पार्किंग में गया है। यहाँ किसी बाहरी व्यक्ति को अवैध मादक पदार्थ स्मैक देने वाला है। वहीं मिली सूचना के आधार पर आरोपी प्रताप सिंह पिता धूलसिह उम्र 50 साल निवासी थाना शामगढ जिला मन्दसौर को गिरफ्तार कर लिया। वहीं आरोपी के पास से 200 ग्राम स्मैक बरामद हुई, जिसकी किमती बाजार में 20 लाख रुपये बताई जा रही है। इसके अलावा बिना नंबर की 20 हजार रुपए कीमत की बाइक को जब्त कर लिया। आरोपी के खिलाफ पुलिस ने NDPS ACT के तहत मामला दर्ज कर विवेचना कर रही है। इस मामले में निरीक्षक रोहित कछावा, उप निरीक्षक गौरव लाड, सउनि देवीसिंह डामोर, प्रेमकुमार रावत, परिमल सिंह, प्रेम सिंह, लोकेंद्र सिंह और सत्यनारायण गुर्जर की महत्त्वपूर्ण भूमिका रही है।

Continue Reading

About Author
Shashank Baranwal

Shashank Baranwal

पत्रकारिता उन चुनिंदा पेशों में से है जो समाज को सार्थक रूप देने में सक्षम है। पत्रकार जितना ज्यादा अपने काम के प्रति ईमानदार होगा पत्रकारिता उतनी ही ज्यादा प्रखर और प्रभावकारी होगी। पत्रकारिता एक ऐसा क्षेत्र है जिसके जरिये हम मज़लूमों, शोषितों या वो लोग जो हाशिये पर है उनकी आवाज आसानी से उठा सकते हैं। पत्रकार समाज मे उतनी ही अहम भूमिका निभाता है जितना एक साहित्यकार, समाज विचारक। ये तीनों ही पुराने पूर्वाग्रह को तोड़ते हैं और अवचेतन समाज में चेतना जागृत करने का काम करते हैं। मशहूर शायर अकबर इलाहाबादी ने अपने इस शेर में बहुत सही तरीके से पत्रकारिता की भूमिका की बात कही है– खींचो न कमानों को न तलवार निकालो जब तोप मुक़ाबिल हो तो अख़बार निकालो मैं भी एक कलम का सिपाही हूँ और पत्रकारिता से जुड़ा हुआ हूँ। मुझे साहित्य में भी रुचि है । मैं एक समतामूलक समाज बनाने के लिये तत्पर हूँ।