Ashok Nagar News : अशोक नगर जिला चिकित्सालय के डॉक्टर एवं मेडिकल स्टाफ आज सुबह से 11 बजे तक हड़ताल पर रहे। इस कारण मरीजों को काफी परेशानी होती रही। रात में ड्यूटी डॉक्टर के साथ एक युवक के द्वारा बदसलूकी करने एवं गाली गलौज करने को लेकर लोगों में रोष था और उन्होंने काम बंद कर दिया था।
डॉक्टर एवं दूसरे स्टाफ के द्वारा हड़ताल करने के बाद आनन-फानन में जिला प्रशासन एवं चिकित्सा विभाग के अधिकारी हरकत में आए और जिला चिकित्सालय पहुंचे। पहले हड़ताल पर आए स्टाफ को काम पर लगाया इसके बाद थाने में पहुंचकर सीनियर डॉक्टरों ने एफआईआर कराई और डॉक्टरों की हड़ताल को खत्म कराया। इस दौरान डॉक्टरों ने पुलिस पर लेटलतीफी पर भी आरोप लगाया है। कोतवाली थाने में डॉक्टर की शिकायत पर एक युवक पर शासकीय कार्य में बाधा डालने,डॉक्टर प्रोटेक्शन एक्ट एवं एससी एसटी एक्ट के तहत कार्रवाई की गई है।
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जिला चिकित्सालय के डॉ अरुण कुमार अहिरवार ने बताया कि बीती रात वह ड्यूटी पर थे। इसी दौरान चंदेरी क्षेत्र से एक दंपत्ति एक्सीडेंट के बाद जिला चिकित्सालय में उपचार के लिए आए थे, जिनका उपचार कर सर्जिकल वार्ड में उन्हें भर्ती कर दिया गया था। इसी दौरान अशोक नगर में शराब की दुकान पर काम करने वाला एक युवक आया घायल मरीजों के उपचार में लापरवाही का आरोप लगाकर और पहले नर्सेज के साथ बदतमीजी की और उसके बाद डॉक्टर को धक्के दिए। डॉक्टर ने आरोप लगाया कि करीब 5-7 लोगों ने लगातार उनके साथ बदतमीजी की।
इस घटना की रिपोर्ट पुलिस को भी की गई थी मगर डॉक्टरों का आरोप है कि पुलिस ने समय पर कोई कार्रवाई नहीं की, इसलिए मजबूरन हड़ताल पर जाना पड़ा। उन्होंने कहा कि सूचना देने के 35 मिनट बाद पुलिस मौके पर पहुंची। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ नीरज छारी ने बताया कि डॉक्टरों की मांग पर युवक के खिलाफ कोतवाली थाने में मामला दर्ज करा दिया गया है। साथ ही इमरजेंसी ड्यूटी को शुरू से ही चालू कर दिया गया था। एफआईआर दर्ज होने के बाद शेष डॉक्टर भी ड्यूटी पर लौट आए हैं।
कोतवाली थाना प्रभारी नरेंद्र त्रिपाठी का कहना है कि डॉक्टरों की शिकायत के बाद एक युवक के ऊपर मामला दर्ज कर लिया गया है। उनका कहना है कि डॉक्टरों के द्वारा अस्पताल से रात में ही एक आवेदन आया था। जिसमें आरोपी का नाम नहीं लिखा था। इसलिए उसकी पड़ताल कर सुबह एफआईआर कर दी गई है।
अशोक नगर से हितेंद्र बुधौलिया की रिपोर्ट
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Atul Saxena
पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....
पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....