Dabra News : ग्वालियर जिले की डबरा तहसील में वैसे कई प्राचीन मंदिर देखने को मिलते है लेकिन शहर में एक ऐसा भी मंदिर है जहां सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं आपको बता दें कि श्रवण मास की चौथ पर डबरा में स्थित देव धनी मंदिर पर हर साल की तरह इस साल भी भव्य मेला व भंडारे का आयोजन किया गया जहां पर दूरदराज से आए श्रद्धालुओं ने मंदिर की महिमा का बखान किया।
मंदिर के भंडारे में उपस्थित आरती शिवहरे ने बताया वह मंदिर से पिछले 7 महीने से जुड़ी हुई है उन्होंने बताया कई सालों से बच्चे के लिए जगह जगह मिन्नतें मांगी लेकिन देव धनी के मंदिर पर आने के बाद उन्हें संतान की प्राप्ति हुई और उनकी गोद भर गई और वह साल की सातवीं चौथ पर हर साल की तरह मंदिर आई हैं।
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वही मुरैना से आए हुए श्रद्धालु घनश्याम सिंह गुर्जर ने बताया वह लगभग 2 साल से मंदिर से जुड़े हुए हैं उन्होंने बताया कि उन्हें देव धनी सरकार के मंदिर पर आने के बाद फायदा हुआ वह मंदिर से जुड़ गए।
वही ग्वालियर से आई हुई एक महिला ने बताया कि वह ग्वालियर से आए हैं और वह काफी लंबे समय से मंदिर से जुड़ी हुई उन्होंने कहा कि मंदिर में आने वाले हर भक्तों की प्रार्थना और अर्जी स्वीकार होती है और उनके बिगड़े काम बन जाते हैं ऐसा ही उनके साथ हुआ है।
ऐसा ही कुछ मोहकम सिंह गुर्जर ग्राम जतर्थी ने बताया कि वह किसी बीमारी के चलते कई सालों से परेशान थे उन्होंने सभी तरह के डॉक्टरों से इलाज करवाए लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ उन्होंने बताया कि देव धनी के मंदिर पर आने के बाद वह पूरी तरह इस बीमारी से उनको निजात मिल गई और वह पूरी तरह स्वस्थ हो गए।
डबरा से अरुण रजक की रिपोर्ट
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Amit Sengar
मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है।
वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”