Raisen- Head Constable Killed in Car Collision : रायसेन के बरेली थाने में पदस्थ पुलिसकर्मियों को तेज रफ्तार कार ने टक्कर मार दी, जहां एक पुलिस कर्मी की इस हादसे में मौत हो गई वही दूसरे गंभीर रूप से घायल हो गए। कार चालक नशे में धुत थे, हादसा इतना भयानक था कि एक पुलिसकर्मी का पैर कटकर अलग हो गया। इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। पुलिस ने कार चालकों को हिरासत में ले लिया है। उनसे पूछताछ की जा रही है। घटना सोमवार रात डेढ़ बजे की है।
बताया जा रहा है कि रायसेन के बरेली थाने में सेवाएं दे रहे एसएएफ के हेड कॉन्स्टेबल राजेन्द्र यादव और आरक्षक हरिसिंह सोमवार रात को गश्त पर थे। इसी दौरान टॉकीज चौराहे पर ड्यूटी पर तैनात थे, उसी समय अचानक सामने से आ रही एक तेज रफ्तार कार ने दोदनों को अपनी चपेट में ले लिया। भोपाल की ओर से आ रही कार ने उन्हें जोरदार टक्कर मार दी। कार खंबे से भी टकराई, घटना में राजेन्द्र यादव का एक पैर शरीर मौके पर ही शरीर से अलग हो गया और वही हरिसिंह भी घायल हो गए। घटना से हड़कंप मच गया, फ़ाउआरण उनके साथी दोनों पुलिसकर्मियों को सिविल हॉस्पिटल लाया गया। लेकिन इलाज के बावजूद गंभीर हालत और खून ज्यादा बह जाने के चलते राजेन्द्र यादव को बचाया नहीं जा सका। घटना के बाद गाड़ी में सवार तीन लोगों को पकड़ लिया गया है। जिनका मेडिकल कराने के बाद उनके नशे में धुत होने की बात सामने आई है। तीनों कार सवारों पर गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज कर लिया गया है और आगे की कार्रवाई की जा रही है। आरोपियों के नाम सतपाल राजपूत, योगेश राय और कृष्णा लोधी हैं, इनमें से गाड़ी योगेश राय चला रहा था। बताया जा रहा है कि मृतक प्रधान आरक्षक राजेन्द्र यादव को महज एक वर्ष रिटायर होने में बचा था। भिंड जिले के रहने वाले राजेन्द्र यादव एसएएफ में भर्ती हुए थे।
घायल आरक्षक
नम हुई साथियों की आंखे, दिया गार्ड ऑफ ऑनर
घटना के बाद मृतक के साथियों में शोक फैल गया, जिसने यह सुना हैरान रह गया, मंगलवार को मृतक प्रधान आरक्षक राजेन्द्र यादव के पोस्टमार्टम के बाद उनका पार्थिव शव बरेली थाने लाया गया। उनका शव देखकर पुलिसकर्मियों की आँखे नम हो गई, थाना परिसर में उन्हे उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया। इस दौरान बरेली थाने में पुलिस अधीक्षक विकास कुमार शाहवाल, आरआई बीएस चौहान, बरेली थाना प्रभारी आशीष सप्रे सहित सभी पुलिसकर्मियों ने उनको नम आंखों से विदाई दी। बता दें कि यादव को रिटायर होने में महज एक साल ही बचा था। मृत हेड कान्स्टेबल यादव भिंड जिले के रहने वाले थे, घटना के बाद उनके परिजन बरेली पहुंच गए।