दरअसल, फिटमेंट फैक्टर का केन्द्रीय कर्मचारियों की बेसिक सैलरी तय करने में अहम रोल माना जाता है। इस फैक्टर के कारण ही केंद्रीय कर्मचारियों के वेतन में ढाई गुना से अधिक की बढ़ोतरी होती है। फिटमेंट फैक्टर के आधार पर ही पुरानी बेसिक पे से रिवाइज्ड बेसिक पे की कैलकुलेशन की जाती है।पिछली वेतन आयोग की रिपोर्ट में फिटमेंट फैक्टर एक महत्वपूर्ण सिफारिश है, इसी आधार पर वेतन वृद्धि तय होगी।वही कर्मचारियों द्वारा भी लंबे समय से फिटमेंट फैक्टर को 2.57 फीसदी से बढ़ाकर 3.68 फीसदी की मांग की जा रही है, ताकी बेसिक सैलरी में वृद्धि हो सके।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 3 अगस्त को पीएम नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में कैबिनेट बैठक होना है, इसमें फिटमेंट फैक्टर के प्रस्ताव पर विचार हो सकता है । इसे 3.68 फीसदी तक बढाया जा सकता है और सितंबर 2022 से इसे लागू किया जा सकता है। आखिरी बार 2017 में एंट्री लेवल बेसिक पे 7000 रूपये प्रतिमाह से बढ़ाकर 18000 रूपये की गई थी और अब अगर इस पर मुहर लगी तो न्यूनतम बेसिक सैलरी में 8000 की बढोतरी होगी यानि पे-लेवल-1 पर फिलाहल बेसिक सैलरी 18000 रुपए है, अगर फिटमेंट फैक्टर बढ़ता है तो ये 26000 रुपए हो सकता है।
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मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, 7वें वेतन आयोग के तहत केन्द्रीय कर्मचारियों-पेंशनरों (Central Employees DA Hike) के अगस्त में 4% से 6 % तक DA बढने की अटकलों के बीच 8वें वेतन आयोग (8th Pay Commission) की चर्चा तेज हो चली है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, 7वें वेतन आयोग के बाद अब 8वां वेतन आयोग लाया जा सकता है और 1 जनवरी 2026 से इसे लागू किया जा सकता है।इससे बेसिक सैलरी में इजाफा होगा, जो की कर्मचारियों के लिए बड़ी राहत साबित होगी।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, चुंकी दिवंगत पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली ने 2016 के संसद में दिए अपने एक भाषण ने इस बात के संकेत भी दिए थे ऐसे में सुत्रों की मानें तो मोदी सरकार इस पर विचार कर सकती है। इसके लागू होने से लेवल मैट्रिक्स 1 से केंद्रीय कर्मचारियों की न्यूनतम सैलरी 26,000 रुपये से शुरू हो सकती है। हालांकि अभी तक सरकार की तरफ से कोई पुष्टि नहीं की गई है।
FITMENT FACTOR SALARY CALCULATION
- 6th Pay Commission के तहत फिटमेंट फैक्टर 1.86 गुना और वेतन वृद्धि 54% के साथ न्यूनतम वेतनमान 7,000 रुपए था।
- 7th Pay Commission के तहत फिटमेंट फैक्टर 2.57 गुना और वेतन वृद्धि 14.29% होने पर न्यूनतम वेतनमान 18,000 रुपए पर पहुंचा है।
- 8th Pay Commission के तहत अब अगर फिटमेंट फैक्टर 3.68 गुना होता है तो न्यूनतम वेतनमान 26,000 हो जाएगा।
- उदाहरण के तौर पर, यदि किसी केंद्रीय कर्मचारी की बेसिक सैलरी 18,000 रुपए है, तो भत्तों को छोड़कर उसकी सैलरी 18,000 X 2.57= 46,260 रुपए का लाभ होगा।
- 3.68 होने पर सैलरी 95,680 रुपये (26000 X 3.68 = 95,680) हो जाएगी यानि सैलरी में 49,420 रुपए लाभ मिलेगा।
( यह आ्रंकड़ें उदाहरण के तौर पर दर्शाए गए है, इसमें बदलाव हो सकता है।)