EOW ने निगमकर्मी पर कसी नकेल, छापेमारी में 1 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति मिली

इंदौर, आकाश धोलपुरे। 1997 से 2015 तक नगर निगम इंदौर के लेखा विभाग पदस्थ एक अस्थाई कर्मचारी 2016 में स्थायी कर्मचारी के रूप में नियुक्त हो जाता है और उसके बाद जब EOW को एक शिकायत मिलती है तो छापेमारी में चल अचल संपत्ति की कीमत 1 करोड़ रुपये से अधिक पाई जाती है। इस बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि करीब 24 साल तक औसत 20 हजार रुपये प्रति माह कमाने वाले निगम कर्मचारी ने कितना भ्रष्टाचार किया होगा।

EOW ने निगमकर्मी पर कसी नकेल, छापेमारी में 1 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति मिली


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Atul Saxena

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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ.... पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....