बच्चों का दिल जीत लेंगे ये फूड हैक्स, आज ही करें ट्राय।

जीवनशैली, डेस्क रिपोर्ट। आप चाहें कितनी भी अच्छी कुक हों पर बच्चों को खाना खिलाना कितना मुश्किल है यह आप बखूबी जानती हैं। और फिर वही पुरानी फिक्र कि खाएंगे नहीं तो बढ़ेंगे कैसे, हेल्दी कैसे रहेंगे? इस टेंशन का सॉल्यूशन हैं कुछ ऐसे फूड हैक्स जो आपकी कुकिंग को भी नया स्टाइल देंगे और आपके नन्हें मुन्ने भी खुशी खुशी सब चट कर जाएंगे। आइए जाने

बनाना चॉकलेट
हर मम्मी की कोशिश होती है कि उसके बच्चे फल फ्रूट खाएं, खासतौर से केले तो खा ही लें। लेकिन राज दुलारों को हर रोज केला खिलाना आसान नहीं है। लेकिन इस मुश्किल का एक बहुत ही सिंपल सॉल्यूशन है। करना यह होगा की चॉकलेट ब्रिक को मेल्ट करें, इसमें केले डिप करती जाएं,और फ्रीज में रख दें और पीछे एक स्टिक लगा दें। देखिएगा बच्चे चॉकलेट की तरह इस डिश को भी झट से खा जाएंगे।


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Gaurav Sharma

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पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है। इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।