केंद्र की मोदी सरकार ने देश के लोगों को सस्ता सोना खरीदने के लिए आज से कुछ साल पहले 2015 में एक स्कीम शुरू की थी जिसका नाम है सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (Sovereign Gold Bond) योजना। सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड योजना यानि (SGB) के तहत सरकार सस्ती कीमत पर सोना (Gold) बेचती है।
वित्तीय वर्ष 2022-23 ये पहली सीरीज
इस बार SGB योजना के तहत सोने की बिक्री सोमवार 20 जून 2022 से शुरू होगी और शुक्रवार 24 जून 2022 तक चलेगी, सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (Sovereign Gold Bond) योजना के तहत वित्तीय वर्ष 2022-23 ये पहली सीरीज है। जिसके तहत कोई भी खरीददार सोना खरीद सकता है।
कौन खरीद सकता है, कितना खरीद सकता है
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड योजना के तहत भारत का आम नागरिक, न्यास, विश्वविद्यालय, धर्मार्थ संस्थाएं सोना खरीद सकता है। इस योजना के तहत सोना खरीदने वाला व्यक्ति या संस्था 1 ग्राम सोने से 4 किलोग्राम सोना तक खरीद सकता है।
कितने साल के लिए जारी होता है बॉन्ड
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (Sovereign Gold Bond) को केंद्र सरकार 8 साल के लिए जारी करती है। हालाँकि इनको 5 साल बाद मैच्योर होने पर बेचा जा सकता है। मैच्योरिटी पर सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड टैक्स फ्री होता है। इसके अगेंस्ट लोन की सुविधा भी होती है।
RBI करता है जारी
इस बॉन्ड को रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) भारत सरकार की तरफ से जारी करता है। ये एक सरकारी बॉन्ड होता है इसे डीमेट रूप में परिवर्तित कराया जा सकता है इसका मूल्य रुपये में नहीं होता बल्कि सोने के वजन में होता है। इसे आप ऐसे समझ सकते हैं कि यदि बॉन्ड पांच ग्राम सोने का है तो पांच ग्राम सोने की जितनी कीमत होगी उतनी हो बॉन्ड की कीमत होगी।
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड के फायदे
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (Sovereign Gold Bond) सरकार की तरफ से निवेशकों को बेचे जाने वाला भरोसेमंद बॉन्ड है इसमें डिफ़ॉल्ट का जोखिम नहीं होता है। इसकी कीमत 24 कैरेट प्योर गोल्ड के आधार पर तय होती हैं। सबसे बड़ी बात ये है कि सोने को फिजिकली रखना बहुत रिस्की होता है लेकिन सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड के माध्यम से सोना आसानी से रखा जा सकता है।