देश में बढ़ रहा Monkeypox का खतरा, इंदौर की महिला में दिखें इस वायरस के लक्षण! यहाँ जानें पूरा मामला

इंदौर, डेस्क रिपोर्ट। भारत में Monkeypox का खतरा दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। करीब 2 साल पहले देश में कोरोना ने हड़कंप मचा दिया था। और अब मंकीपॉक्स के कारण एक बार फिर डर का माहौल बन चुका है। हालांकि अब भी कोरोना का खतरा कम नहीं हुआ है। अब तक देश भर में मंकीपॉक्स के 8 मामले सामने आ चुके हैं और एक की मौत हो चुकी है। इसी बीच इंदौर की एक महिला में मंकीपॉक्स के लक्षण देखे गए हैं। इस खबर से आसपास के इलाके में डर का माहौल बना दिया है।

यह भी पढ़े… सैनिटरी पैड पर भगवान कृष्ण; फिल्म के पोस्टर ने एक नया विवाद खड़ा कर दिया

जब महिला को अपने शरीर में मंलिपॉक्स के लक्षण दिखे तो वो फौरन निजी क्लिनिक पहुंची। मंकीपॉक्स से डरी महिला ने सहमते हुए कहा की उसे मंकीपॉक्स जैसे लक्षण हैं। इस बात को सुनते लोगों में खलबली मच गई और तुरंत यह संदेश स्वास्थ विभाग तक पहुंचा। फिलहाल, महिला को आइसोलेट कर दिया गया है। और उसके सैम्पल को कलेक्ट करके जांच के लिए भेज दिया गया है। सैम्पल की जांच जयपुर या नागपूर लैब में हो सकती है।


About Author
Manisha Kumari Pandey

Manisha Kumari Pandey

पत्रकारिता जनकल्याण का माध्यम है। एक पत्रकार का काम नई जानकारी को उजागर करना और उस जानकारी को एक संदर्भ में रखना है। ताकि उस जानकारी का इस्तेमाल मानव की स्थिति को सुधारने में हो सकें। देश और दुनिया धीरे–धीरे बदल रही है। आधुनिक जनसंपर्क का विस्तार भी हो रहा है। लेकिन एक पत्रकार का किरदार वैसा ही जैसे आजादी के पहले था। समाज के मुद्दों को समाज तक पहुंचाना। स्वयं के लाभ को न देख सेवा को प्राथमिकता देना यही पत्रकारिता है। अच्छी पत्रकारिता बेहतर दुनिया बनाने की क्षमता रखती है। इसलिए भारतीय संविधान में पत्रकारिता को चौथा स्तंभ बताया गया है। हेनरी ल्यूस ने कहा है, " प्रकाशन एक व्यवसाय है, लेकिन पत्रकारिता कभी व्यवसाय नहीं थी और आज भी नहीं है और न ही यह कोई पेशा है।" पत्रकारिता समाजसेवा है और मुझे गर्व है कि "मैं एक पत्रकार हूं।"