गो वीगन के नारे से ये अंदाजा लगाया जा सकता है कि वीगन डाइट यानि कि ऐसी डाइट जिसमें किसी एनिमल प्रॉडक्ट का उपयोग न किया गया हो। ऐसे में जो दूध होता है वो भी एनिमल प्रॉडक्ट नहीं होता। गाय या भेंस के दूध की जगह काजू, बादाम या सोयाबीन का दूध इस्तेमाल में लिया जाता है।
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इन चीजों से बनेगी वीगन चाय?
- बादाम या सोया का दूध
- पानी
- ब्राउन शुगर या गुड़
- चायपत्ती
- अदरक
- पुदीना
वीगन चाय बनाने की विधि
वीगन चाय बनाने के लिए सबसे पहले पानी उबलने रखें, इसमें चायपत्ती डालें, अदरक डालें, इसे कुछ मिनट उबलने दें। अगर फीकी चाय रखनी है तो ठीक है नहीं तो ब्राउन शुगर या गुड़ का उपयोग कर सकते हैं। चाय कुछ मिनट और उबले फिर उसमें पुदीने की पत्ती हाथ से मसलकर डाल दें। चाय में पुदीना डालने के बाद ज्यादा देर न उबालें उसका फ्लेवर कम हो सकता है। पुदीना उबल जाए तब उसमें वीगन मिल्क डाल दें। एक उबाल आने के बाद चाय तैयार है, आप उसे पी सकते हैं।
वीगन चाय के फायदे
वीगन चाय प्लांट बेस्ड मिल्क से बनी है, यही वजह है कि इसके दूध में फैट कम रहता है। इसमें एंटी ऑक्सीडेंट्स की मात्रा भी ज्यादा होती है,जो इम्यूनिटी बढ़ाती है। फैट कम होने की वजह से ये चाय कोलेस्ट्रॉल पर भी काबू रखती है। इसका फायद दिल की सेहत पर भी पड़ता ही है। हाई ब्लड प्रेशर या फिर डायबिटीज के मरीजों के लिए भी ये चाय दूध वाली चाय से बेहतर हो सकती है।