टिकैत ने पहलवानों से बात कर उन्होंने 5 दिन का समय माँगा है। उनसे मेडल्स और मोमेंटो वाली पोटली भी ले ली है। सभी खिलाड़ी एक ही गाड़ी में बैठकर वापस हरियाणा के लिए रवाना हो गए हैं।
बता दें कि गंगा में मेडल प्रवाहित करने से पहले हरि की पौड़ी पर पहलवान बैठकर कर खूब रोए। इस दौरान कुछ लोग उन्हें गमछे से हवा करते रहे। दूसरी तरह भाजपा नेता बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ जमकर नारेबाजी हुई।
गंगा सेवा समिति के अध्यक्ष का बयान “पूजा करनी है तो करें, विसर्जन जैसी चीजों की इजाजत नहीं, गंगा को राजनीति का अखाड़ा न बनाएं।
केजरीवाल ने ट्वीट करके लिखा, पूरा देश स्तब्ध है। पूरे देश की आंखों में आंसू हैं। अब तो प्रधान मंत्री जी को अपना अहंकार छोड़ देना चाहिये। इसके अलावा पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने भी ट्वीट किया और लिखा, हमारे देश के अंतराष्ट्रीय पदक विजेता पहलवानों द्वारा केंद्र सरकार से दुखी होकर अपने पदकों को हरिद्वार गंगा जी में बहाने जाना देश के लिए बहुत शर्मनाक है। अगर समय रहते आवाज़ न उठाई गई तो अगली बारी देश के लोकतंत्र की अस्तियों को बहाने की होगी।
रेसलर साक्षी मलिक ने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा कि मेडल्स गंगा में प्रवाहित करने के बाद इंडिया गेट पर आमरण अनशन करेंगे। साक्षी ने लिखा- हमने पवित्रता से इन मेडल को हासिल किया था। इन मेडल को पहनाकर तेज सफेदी वाला तंत्र सिर्फ अपना प्रचार करता है। फिर हमारा शोषण करता है। राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को नहीं लौटाएंगे, क्योंकि उन्होंने हमारी कोई सुध नहीं ली।
इस बीच, बृजभूषण शरण सिंह ने 5 जून को अयोध्या में महारैली बुलाई है। इसमें संत भाग लेंगे। बृजभूषण और संतों का कहना है कि पॉक्सो एक्ट का फायदा उठाकर इसका दुरुपयोग किया जा रहा है।