Padma Awards 2023: इस साल के पद्म पुरस्कार का ऐलान हो हो चुका है। यह पुरस्कार भारत का सर्वोच्च नागरिक पुरुस्कार होता है। जिसे तीन केटेगरी में बांटा गया है: पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्मश्री। इस अवार्ड्स ने उन लोगों को सम्मानित किया जाता है जो अपने-अपने क्षेत्र में बेहतर कार्य करते हैं। इस साल 6 लोगों को पद्म विभूषण, 9 को पद्म भूषण और 91 लोगों को पद्मश्री से सम्मानित किया जाएगा। जिसकी लिस्ट भी आ चुकी है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा इस हाल राष्ट्रपति भवन में मार्च या अप्रैल के महीने में 106 पद्मपुरस्कारों का वितरण होगा।
इनको मिलेगा पद्म विभूषण
आर्किटेक्चर के लिए गुजरात के श्री बालकृष्ण दोशी, आर्ट के लिए महाराष्ट्र के श्री जाकिर हुसैन, पब्लिक अफेयर्स के लिए कर्नाटक के श्री एस एम कृष्णा, साइंस और इंजीनियरिंग के लिए USA के श्री श्रीनिवास वरधान, मेडिसिन के लिए वेस्ट बंगाल के श्री दिलीप महालनबिस और पब्लिक अफेयर्स के लिए श्री मुलायम सिंह यादव को पद्म विभूषण से सम्मानित किया किया जाएगा।
साहित्य और शिक्षा के लिए इस साल दो लोगों को पद्म भूषण से सम्मानित किया जाएगा। इस लिस्ट में तेलंगा के दो लोग, महाराष्ट्र से दो लोग तमिलनाडु से एक, दिल्ली से एक और कर्नाटक से दो लोग शामिल हैं। आर्ट के लिए दो लोग सम्मानित होंगे। इस लिस्ट में कर्नाटक के श्री एस एल भयरप्पा, सोशल वर्कर सुधा मूर्ति, और अन्य 7 लोग शामिल है।
एमपी के इन 3 लोगों को मिलेगा पद्मश्री पुरस्कार
इस साल 91 लोगों को पद्मश्री से सम्मानित किया जाएगा। लिस्ट में प्रसिद्ध बॉलीवुड स्टार रवीना टंडन शामिल हैं। मध्यप्रदेश के तीन लोगों को उनके निर्धारित कार्य क्षेत्रों में बेहतरीन कार्य करने के लिए सम्मानित किया जाएगा। श्री मुनीश्वर चंदावर को मेडिसिन के क्षेत्र में कुशल कार्य करने के लिए इस पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। वहीं जोधाईयाबाई बैगा को आर्ट में बेहतरीन कार्य के लिए नवाजा जाएगा। श्री रमेश परमार और शांति परमार को जोड़े में पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। दोनों ने आर्ट में कुशल कार्य कर अवॉर्ड को अपने नाम किया है।
About Author
Manisha Kumari Pandey
पत्रकारिता जनकल्याण का माध्यम है। एक पत्रकार का काम नई जानकारी को उजागर करना और उस जानकारी को एक संदर्भ में रखना है। ताकि उस जानकारी का इस्तेमाल मानव की स्थिति को सुधारने में हो सकें। देश और दुनिया धीरे–धीरे बदल रही है। आधुनिक जनसंपर्क का विस्तार भी हो रहा है। लेकिन एक पत्रकार का किरदार वैसा ही जैसे आजादी के पहले था। समाज के मुद्दों को समाज तक पहुंचाना। स्वयं के लाभ को न देख सेवा को प्राथमिकता देना यही पत्रकारिता है।
अच्छी पत्रकारिता बेहतर दुनिया बनाने की क्षमता रखती है। इसलिए भारतीय संविधान में पत्रकारिता को चौथा स्तंभ बताया गया है। हेनरी ल्यूस ने कहा है, " प्रकाशन एक व्यवसाय है, लेकिन पत्रकारिता कभी व्यवसाय नहीं थी और आज भी नहीं है और न ही यह कोई पेशा है।" पत्रकारिता समाजसेवा है और मुझे गर्व है कि "मैं एक पत्रकार हूं।"