इंदौर, स्पेशल डेस्क रिपोर्ट। मौसम के करवट लेते ही इंदौर में डेंगू, मलेरिया और अन्य मौसमी बीमारियों का प्रकोप शुरू हो गया और वही कोरोना के एपिसेंटर इंदौर (indore) में जुलाई माह के अंत मे 1 हजार से ज्यादा पॉजिटिव मरीजों का आंकड़ा पार कर लिया है। बताया जा रहा है कि जुलाई माह में कोरोना से 3 मौतें भी सरकारी आंकड़ों में दर्ज हो चुकी है। ऐसे में अब सवाल उठ रहा है कि अन्य मौसमी बीमारियों के साथ – साथ कोरोना की आदत भी सभी को डाल लेना चाहिये।
इसी बात को लेकर *एम.पी.ब्रेकिंग न्यूज ने इंदौर जिले के मुख्य चिकित्सा एवम स्वास्थ्य अधिकारी (indore chief medical and health officer) डॉ. बी.एस. सैत्या से बात की तो ये बात सामने आई कि मौसमी बीमारियों के साथ ही कोविड – 19 वायरस बना रह सकता है। एम.पी.ब्रेकिंग न्यूज से बातचीत के दौरान डॉ. बी.एस. सैत्या ने बताया कि 640 मरीजों का वर्तमान में इलाज जारी है जिनमे से 8 लोगो का इलाज अलग – अलग अस्पतालो में जारी है। वही बचे हुए मरीजों का घर पर ही इलाज जारी है।
संवाददाता आकाश धोलपुरे से बातचीत कर उन्होंने कहा कि दूसरे चरण के टीकाकरण के बाद नई गाइडलाइन के मुताबिक 6 माह के बाद बूस्टर डोज लगाया जा रहा है। वही उन्होंने ये भी कहा इंदौर ने टीकाकरण के दूसरे दौर का लक्ष्य हासिल कर लिया है।
इसके साथ ही उन्होंने माना कि लोग अब टीकाकरण को लेकर रूचि नही दिखा रहे है ऐसे में एम.पी.ब्रेकिंग न्यूज के माध्यम से वे लोगो से अपील करते है लोग टीकाकरण अवश्य कराए और निर्धारित गाइडलाइन के आधार पर बूस्टर डोज भी लगवाए।
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Amit Sengar
मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है।
वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”