ग्वालियर, अतुल सक्सेना। पुलिस द्वारा समझाइश देने के बाद भी लोग साइबर ठग (Cyber thug) के झांसे में आ जाते हैं और अपनी मेहनत की कमाई चंद सेकंड में गंवा देते हैं। ग्वालियर पुलिस के पास एक बार फिर एक इंजीनियर के साथ ठगी का मामला सामने आया है। शिकायत के आधार पर पुलिस (Gwalior Police) ने मामला दर्ज कर आरोपियों के खिलाफ टेक्नीकल एविडेंस जुटाने शुरू कर दिए हैं।
जानकारी के अनुसार थाटीपुर क्षेत्र में रहने वाले सुरेंद्र माथुर की बेटी पलक बेंगलौर में एक कंपनी में काम करती है वो इंजीनियर है। कोरोना के कारण वो लम्बे समय से वर्क फ्रॉम होम कर रही है। किसी शातिर साइबर ठग ने उसके साथ धोखाधड़ी कर 8 लाख रुपये उसके खाते से निकाल लिए। पलक का एक्सिस बैंक में खाता है जिसमें करीब 1 लाख20 हजार रुपये लाख रुपये जमा था।
एडिशनल एसपी क्राइम राजेश दंडोतिया ने बताया कि एक शिकायती आवेदन आया है जिसके आधार पर एफआईआर रजिस्टर्ड कर ली गई है। आवेदिका ने बताया कि पिछले दिनों उसके पास एक फोन आया कि आपका बैंक एकाउंट वैरिफाई किया जा रहा है।
फोन एक्सिस बैंक के नाम से आया था तो उसने फोन पर मौजूद व्यक्ति के निर्देश के आधार पर एक एप डाउन लोड किया, एप डाउनलोड करते ही एक ओटीपी आया जिसे फोन करने वाले को बताते ही उसके बैंक एकाउंट की पूरी रकम निकल गई। जब उसने बैंक से बात की तो पता चला कि ईमेल हैक हो गया है।
बैंक से डिटेल निकालने पर पता चला कि उसके खाते से 7 लाख रुपये का लोन भी निकाला गया है उसके ईएमआई भी बन गई है। बैंक डिटेल सामने आने के बाद उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। एडिशनल एसपी का कहना है आवेदिका के साथ 8 लाख 20 हजार रुपये की ठगी की गई है। पुलिस आरोपियों के खिलाफ टेक्नीकल एविडेंस जुटा रही है।
गौरतलब है कि साइबर ठग द्वारा पलक माथुर के खाते से जो पैसा निकाला गया है वो गुजरात की बेगम व राठौर के खाते में स्थानांतरित हुआ है। खास बात ये है कि इंजीनियर पलक के खाते से उसकी सहमति और डॉक्युमेंट्स के बिना लोन भी पास हो गया। इसे लेकर एक्सिस बैंक की भूमिका भी सवालों के घेरे में हैं।
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Atul Saxena
पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....
पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....