Balaghat Forest Department News : बालाघाट जिले में दुर्लभ वन्यप्राणियों के शिकार की घटनायें कम होने का नाम नहीं ले रही है, हालांकि वनविभाग घटना के बाद कार्यवाही तो कर रहा है लेकिन इससे पहले वन्यप्राणी शिकारियों का शिकार बन रहे है। जिले में करेंट लगाकर वन्यप्राणियों को मारने की घटना, इससे पहले भी प्रकाश में आ चुकी है। नया मामला करेंट से वन्यप्राणी तेंदुये के शिकार का है। जिनके आरोपी पकड़ाये जाने के बाद पता चला कि आरोपियों ने बिजली करेंट से तेंदुये का शिकार किया है। जिसके बाद वनविभाग ने तत्परता दिखाते हुए चार आरोपियों को पकड़ा है। जिनके पास से मूंछ के बाल, नाखून और हड्यिा मिली है। वहीं आरोपियों की निशानदेही पर घटनास्थल से वनविभाग ने खाल, हड्डी और अन्य अवशेष बरामद किये है।
यह है मामला
मिली जानकारी अनुसार 14 मार्च को मुखबिर की सूचना पर उत्तर सामान्य वनमंडल वनमंडलाधिकारी के निर्देशन एवं उकवा सामान्य उपवनमंडलाधिकारी के मार्गदर्शन में परिक्षेत्र दक्षिण लामता सामान्य के वनअमले ने चरेगांव क्षेत्र के ग्राम खामी निवासी बैगा परसूदराम पिता सोनू मड़ावी के पास से वन्य प्राणी तेंदुआ के 27 मूंछ के बाल, 15 नाखून हड्डिया जप्त किया गया। जिससे पूछताछ में मिली जानकारी के आधार पर उसके तीन साथी खामी निवासी गणेश पिता जेठू सैय्याम, मेहतलाल पिता सूरज मरकाम और होलूसिंह पिता गोहरी उईके को पकड़कर पूछताछ की तो पता चला कि चारों आरोपियों ने योजनाबद्ध तरीके से वन्यप्राणी तेंदुआ को विद्युत करंट के माध्यम से मारा एवं उसके पंजे नाखून निकाला। जिनकी निशानदेही पर वनविभाग की टीम ने खुटिया, तार और घटनास्थल से तेंदुए की खाल हड्डियां एवं अन्य अवशेष बरामद किये है।