भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। हिंदू धर्म में विश्वकर्मा पूजा (Vishwakarma Puja 2022) का खास महत्व होता। पौराणिक कथाओं के मुताबिक भगवान विश्वकर्मा को दुनिया का पहला वास्तुकार माना जाता है। हर साल अश्विन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को विश्वकर्मा पूजा मनाई जाती है। इस साल विश्वकर्मा जयंती 17 सितंबर को पड़ रहा है। इस दिन लोग औजारों, वाहनों, मशीनों, दुकानों, मोटर गैराज, वर्कशॉप, लहू इकाइयों आदि की पूजा करते हैं।
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बन रहे हैं इस साल 4 शुभ संयोग
शुभ संयोग में विश्वकर्मा पूजा मनाई जाएगी। सुबह 6:07 से लेकर दोपहर 12:21 तक स्वार्थ सिद्धि योग में बन रहा है। दोपहर 12:21 से लेकर 2:14 तक योग में पुष्कर द्विपुष्कर योग में विश्वकर्मा पूजा की जाएगी। वहीं सुबह 6:07 से लेकर दोपहर 12:21 तक रवि योग बन रहा है। सुबह 6:06 से लेकर दोपहर 12:30 तक अमृत सिद्धि योग बन रहा है।