जबलपुर : आयुष्मान फर्जीवाड़े में नामी डाक्टर डॉ अश्विनी पाठक और उनकी पत्नी गिरफ्तार, होटल में चल रहा था अस्पताल

जबलपुर, संदीप कुमार। आयुष्मान योजना फर्जीवाड़े मामले को लेकर सेन्ट्रल इंडिया किडनी हॉस्पिटल के संचालक डॉ अश्विनी पाठक और उनकी पत्नी दुहिता पाठक को जबलपुर पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पुलिस जांच में खुलासा हुआ है कि सेंट्रल एकेडमी अस्पताल में आयुष्मान कार्ड का फर्जीवाड़ा किया जा रहा था। पुलिस और स्वास्थ विभाग सहित राजस्व की टीम ने डॉ अश्विनी पाठक के वेगा होटल को भी सील कर दिया है। जांच के दौरान पुलिस को होटल से फायर से संबंधित उपकरण भी मिले हैं।इसके अलावा आयुष्मान योजना के कुछ कार्ड भी पुलिस के हाथ लगे हैं। पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की टीम अब पूरे मामले की जांच में जुटी हुई है।

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दरअसल 26 अगस्त को एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा को फोन कर सूचना मिली कि सेंट्रल किडनी हॉस्पिटल के बाजू से स्थित होटल वेगा में मरीजों को भर्ती कर इलाज किया जा रहा है। जिसके बाद पुलिस एवं आयुष्मान अधिकारी के द्वारा संयुक्त रूप से सेंट्रल इंडिया किडनी अस्पताल के बाजू में स्थित होटल बेगा में दबिश दी गयी। होटल के प्रथम तल, द्वितीय तल के हॉल में एवं तृतीय तल के कमरों में मरीज भर्ती मिले थे सभी आयुष्मान कार्डधारी हैं, जिसकी डाक्टरो की टीम द्वारा जांच की गयी। इस मामले मे मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी जबलपुर ने डाँ. धीरज दबड़े नोडल अधिकारी आयुष्मान स्थानीय कार्यालय जबलपुर, डाँ. पंकज ग्रोवर आरएमओ जिला चिकित्सालय जबलपुर, डाँ. आदर्श विश्नोई नोडल अधिकारी नर्सिंग होम स्थानीय कार्यालय जबलपुर एवं भुवनमोहन साहू डिस्ट्रिक आयुष्मान कोआडिनेटर की टीम गठित की। अभी तक की जाँच मे खुलासा हुआ हैं कि सेन्ट्रल इंडिया किडनी हास्पिटल का रजिस्ट्रेशन क्रं. 479 है जो कि दुहिता पाठक के नाम पर हैं। आनलाईन अस्पताल के आवेदन के अनुसार अस्पताल के रजिस्ट्रर्ड रेसिडेंट मेडिकल प्रेक्टीशनर डाँ. अश्विनी पाठक हैं।


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Harpreet Kaur