Jabalpur News : मनमानी कीमत पर बिक रही थी कॉपी-किताबें, कलेक्टर के निर्देश पर SDM की टीमों में मारे छापे
मंगलवार को कलेक्टर दीपक कुमार सक्सेना के निर्देश पर पांच एसडीएम की टीमें अपने स्टाफ के साथ सड़कों पर उतरी और 50 से अधिक दुकानों में जाकर किताबों की जांच की। अधिकतर दुकानों में प्रशासन को बड़ी अनियमिताएं मिली।
Jabalpur News : जबलपुर जिला प्रशासन के सख्त निर्देश के बावजूद दुकानदार महंगी और मनमानी कीमत पर किताबें कॉपियां बेच रहे हैं, इनकी शिकायत जब कलेक्टर के पास पहुंची तो उन्होंने SDM के नेतृत्व में टीमें बनाकर जांच के लिए भेज दी, जाँच में बहुत गड़बड़ियाँ मिली जिसकी रिपोर्ट के बाद दुकानों कार्रवाई की जाएगी।
दुकानों पर मिली बड़ी गड़बड़ियाँ
अभिभावकों को मनमाने दामों पर मिल रही किताबों की शिकायत जब कलेक्टर दीपक कुमार सक्सेना के पास पहुंची तो उन्होंने एसडीएम को जांच करने के निर्देश दिए। मंगलवार को कलेक्टर दीपक कुमार सक्सेना के निर्देश पर पांच एसडीएम की टीमें अपने स्टाफ के साथ सड़कों पर उतरी और 50 से अधिक दुकानों में जाकर किताबों की जांच की। अधिकतर दुकानों में प्रशासन को बड़ी अनियमिताएं मिली।
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फर्जी आईएसबीएन नंबर की किताबों की बिक्री
जांच के दौरान पाया गया कि कई दुकानों में फर्जी आईएसबीएन नंबर की किताब रखी हुई हैं। क्यूआर कोड से जब मौके पर सर्च किया गया तो सर्चिंग नहीं हुई। कलेक्टर दीपक सक्सेना के निर्देश पर गोरखपुर स्थित संगम बुक डिपो पर एडीएम गोरखपुर के नेतृत्व में जांच की कार्यवाही की गई। एसडीएम आधारताल शिवाली सिंह के नेतृत्व में उखरी तिराहे स्थित न्यू राधिका बुक पैलेस पर जांच की।
इसी तरह एसडीएम रांझी रघुवीर सिंह मरावी के नेतृत्व में नौदरा ब्रिज स्थित चिल्ड्रन बुक डिपो पर जांच कार्यवाही की गई। एसडीएम जबलपुर अभिषेक सिंह ठाकुर के नेतृत्व में गोलबाजार स्थित न्यू राधिका बुक पैलेस पर कार्यवाही हुई। एसडीएम पाटन मानवेन्द्र सिंह के नेतृत्व में रामपुर स्थित न्यू राधिका बुक पैलेस पर जांच कार्यवाही हुई । शहर के चारों और पाटन एसडीएम जल्द ही अपनी रिपोर्ट कलेक्टर को देंगे, जिसके बाद बुक सेलर्स पर कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।
जबलपुर से संदीप कुमार की रिपोर्ट
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Atul Saxena
पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....
पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....