Whatsapp नए फीचर्स के साथ दे रहा है 105 रु. का कैशबैक, अब ग्रुप में 512 मेम्बर हो पाएंगे Add, जाने कैसे

टेक्नोलॉजी, डेस्क रिपोर्ट। Meta के अंतर्गत आने वाली कंपनी Whatsapp अक्सर यूजर्स के अनुभव को और भी अच्छा बनाने के लिए नए अपडेट लेट रहता है, इस बार भी कंपनी कुछ नया लाने की तैयारी कर रहा है। जल्द ही Whatsapp ग्रुप में 512 मेम्बर जुड़ पाएंगे। यह फीचर्स एंड्रॉयड, आईओएस और डेस्कटॉप यूजर्स के लिए होगा। हालांकि में व्हाट्सप्प ने मैसेज पर React करने वाले और 2जीबी मीडिया फाइल शेयरिंग का फीचर ला चुका है। कहा जा रहा है की Whatsapp का यह फीचर सिर्फ उन्हीं यूजर्स के लिए है, जो लेटेस्ट वर्ज़न का इस्तेमाल करते है, पुराने वर्ज़न का इस्तेमाल करने वाले यूजर्स इस फीचर का फायदा नहीं उठा पाएंगे।

यह भी पढ़े… Tecno Pova 3 जल्द होगा भारत में लॉन्च, बैटरी इतनी बड़ी की आप जाएंगे दंग, धांसू है स्मार्टफोन के सभी फीचर्स

दूसरी तरफ Whatsapp यूजर्स कैशबैक की सुविधा दे रहा है। जो भी यूजर्स Whatsapp के जरिए UPI का इस्तेमाल करते हैं, वो इस सुविधा का उठा सकते हैं। कंपनी ऐप के जरिए लेन-देन को बढ़ाने की कोशिश कर रही है और कई आकर्षक ऑफर भी UPI यूज पर उपलब्ध कर रही है। इस साल केवल एक रुपए के लेन-देन पर यूजर्स को 105 रुपए कमाने का मौका मिल रहा है। जब भी कोई यूजर्स 3 Whatsapp पेमेंट यूजर्स के साथ 1 रुपए का लेन-देन करेगा उसे 105 रुपए कैशबैक मिल सकते हैं। जैसे ही आप इस ऑफर के लिए योग्य होंगे एक गिफ्ट आइकॉन स्क्रीन पर आएगा। हालांकि यह सुविधा बिजनेस अकाउंट यूजर्स के लिए नहीं है।


About Author
Manisha Kumari Pandey

Manisha Kumari Pandey

पत्रकारिता जनकल्याण का माध्यम है। एक पत्रकार का काम नई जानकारी को उजागर करना और उस जानकारी को एक संदर्भ में रखना है। ताकि उस जानकारी का इस्तेमाल मानव की स्थिति को सुधारने में हो सकें। देश और दुनिया धीरे–धीरे बदल रही है। आधुनिक जनसंपर्क का विस्तार भी हो रहा है। लेकिन एक पत्रकार का किरदार वैसा ही जैसे आजादी के पहले था। समाज के मुद्दों को समाज तक पहुंचाना। स्वयं के लाभ को न देख सेवा को प्राथमिकता देना यही पत्रकारिता है। अच्छी पत्रकारिता बेहतर दुनिया बनाने की क्षमता रखती है। इसलिए भारतीय संविधान में पत्रकारिता को चौथा स्तंभ बताया गया है। हेनरी ल्यूस ने कहा है, " प्रकाशन एक व्यवसाय है, लेकिन पत्रकारिता कभी व्यवसाय नहीं थी और आज भी नहीं है और न ही यह कोई पेशा है।" पत्रकारिता समाजसेवा है और मुझे गर्व है कि "मैं एक पत्रकार हूं।"