Damoh News : ट्रेनों का बंद होना बन गया चुनावी मुद्दा, भाजपा-कांग्रेस आमने-सामने, जानिए पूरा क्या है मामला

चुनावी समर में कब कौन सी बात बड़ा रूप ले-ले, कब क्या चुनावी मुद्दा बन जाये कहा नही जा सकता, खास तौर पर जब मामला धर्म से जुड़ा हो तो फिर इस सियासत का रंग देखने लायक ही होता है। एमपी के दमोह में कुछ ऐसा ही हो रहा है जहां एक मुद्दा जोर पकड़ रहा है। और सियासत खूब हो रही है।

Amit Sengar
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Damoh News : मध्य प्रदेश के दमोह जिले में दूसरे चरण में यानी 26 अप्रेल को वोट डाले जाएंगे, राजनीतिक दलों के प्रचार प्रसार जोरों पर है। दोनों ही प्रमुख सियासी दल भाजपा और कांग्रेस लोगों को रिझाने में लगे हुए है, और जुबानी जंग भी तेज है। लेकिन इस बीच एक नए मुद्दे ने सारे मुद्दों को फिलहाल पीछे छोड़ दिया है। ये मुद्दा है इस इलाके से गुजरने वाली ट्रेनें जिन्हें रेलवे ने हाल फिलहाल के लिए बन्द कर दिया है। ट्रेनों के बन्द होने पर हमलावर कांग्रेस भाजपा केंद्र सरकार और रेल विभाग को कटघरे में खड़ा किये है इतना ही नही कांग्रेस इस सब को लेकर भाजपा को धर्म विरोधी बता रही है।

क्या है पूरा मामला

दरअसल, कटनी बीना रेलवे ट्रैक पर तीसरी लाइन का काम चल रहा है। रेलवे ने यहां से गुजरने वाली करीब पंद्रह ट्रेनों को बंद कर दिया है। ताकि रेलवे ट्रेक का काम हो सके लेकिन ये सब कांग्रेस को रास नही आ रहा है। इसके पीछे की वजह दमोह जिले के प्रसिद्ध जैन तीर्थ क्षेत्र कुंडलपुर में आगामी 16 अप्रेल को होने जा रहा बड़ा आयोजन है। कुंडलपुर में इस भव्य आयोजन की तैयारियां बड़े पैमाने पर हो रही हैं। इस आयोजन का नाम आचार्य पदारोहण है। दरअसल बीते महीने जैन समाज के प्रख्यात सन्त आचार्य विद्यासागर महराज ने समाधि ले ली और अब उनकी जगह नये आचार्य का पदारोहण होना है। ये आयोजन जैन धर्मावलबियो के लिए बेहद खास है लिहाजा न सिर्फ देश से बल्कि विदेशों से भी जैन धर्म के लोग यहाँ आएंगे। कुंडलपुर आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या लाखों में है। ऐसे समय लंबी दूरी की ट्रेन सेवा बाधित होने से परेशानी होना स्वाभाविक है। कांग्रेस ने धर्म और आस्था से जुड़े इस मुद्दे को लेकर हल्ला बोलना शुरु किया तो अब ये मुद्दा चुनावी मुद्दा बनता जा रहा है। कांग्रेस जिलाध्यक्ष रतन चंद जैन सीधा सीधा आरोप भाजपा पर लगाते हुए इन हालातों को सामने रखकर भाजपा को धर्म विरोधी करार देते हैं।

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मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है। वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”