अशोकनगर, हितेंद्र बुधौलिया। प्रदेश में खाद (fertilizer) की किल्लत से किसान आक्रोश में हैं। वहीं अशोकनगर (Ashoknagar district) में बीते सप्ताह से खाद और डीएपी की मांग को लेकर किसान प्रदर्शन कर चक्कजाम लगा रहे हैं तो कहीं कृषि अधिकारियों पर रोष जता रहे हैं। अशोकनगर में करीब एक सप्ताह से जिले के किसान खाद ना मिलने से परेशान चल रहे हैं और इसी बीच डीएपी- खाद के लिये लगातार चक्कर लगाकर थक चुके एक किसान ने जहर खा कर आत्महत्या कर ली।
मामला ईसागढ़ थाने के बड़ी पिररोल गांव का है, यहां के किसान घनपाल यादव ने खाद की किल्लत के कारण फसल ना बो पाने से तंग हो कर यह कदम उठाया है। परिजनों का कहना है उसने सल्फास खा कर अपनी जान दे दी। किसान 10-15 दिन से लगातार खाद के लिये परेशान था। ईसागढ़ स्वास्थ्य केंद्र से जिला चिकित्सालय भेजे गये घनपाल की यहां पहुंचने से पहले ही मौत हो गई थी। डॉक्टर का कहना है कि मौत का सही कारण पोस्टमार्टम के बाद ही पता चलेगा, लेकिन प्रारंभिक तौर जहर खाने से ही मौत मौत का कारण माना रहा है। मृतक के भतीजे जयपाल यादव ने बताया कि उसके चाचा ने गेंहू में लगाने वाली कीटनाशक सल्फास खा कर जान दी है। उसका कहना है कि सोयाबीन की फसल पूरी तरह से खराब हो चुकी थी। हम आगामी फसल बोन के लिये तैयार हैं, मगर खाद ना मिल पाने से फसलों की बुवाई नहीं हो पा रही थी। इसी कारण उसके चाचा काफी दिनों से परेशान थे। बीते 10-15 दिनों से लगातार सोसायटी के चक्कर लगा रहे थे मगर खाद नहीं मिल रहा था। इसी कारण उन्होंने यह आत्मघाती कदम उठाया है।