Central Employee Next DA Hike : केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनरों के लिए अच्छी खबर है। जुलाई में एक बार फिर 4 फीसदी महंगाई भत्ता बढ़ने की उम्मीद है। 7वें वेतन आयोग मैट्रिक्स में निर्धारित स्तर के अनुसार, वर्तमान में महंगाई भत्ता और महंगाई राहत दर 42% है। इसे अगले संशोधन में बढ़ाकर 46% तक किया जा सकता है।यह अनुमान मार्च तक के AICPI इंडेक्स के आंकड़ों से लगाया गया है। अगर 4 फीसदी डीए फिर बढ़ता है तो कर्मचारियों की सैलरी में भारी वृद्धि देखने को मिलेगी।
जुलाई में 4 फीसदी बढ़ेगा डीए?
दरअसल, साल में 2 बार जनवरी और जुलाई में केन्द्रीय कर्मचारियों का DA बढ़ता है, इसकी गणना हर महीने श्रम ब्यूरो द्वारा जारी औद्योगिकी श्रमिकों के लिए उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI-IW) के आधार पर की जाती है। जनवरी-फरवरी के बाद अब लेबर मिनिस्ट्री ने मार्च के आंकड़े जारी कर दिए है, जिसके बाद अंक 132.7 से बढ़कर 133.3 पर पहुंच गया है, ऐसे में डीए में 4 फीसदी वृद्धि तय मानी जा रही है, मतलब 42 फीसदी से बढ़कर जुलाई से 46 फीसदी महंगाई भत्ता मिलने की उम्मीद है, हालांकि अप्रैल से जून के आंकड़े आना बाकी है, जिसके बाद संकेत मिलेगा कि जुलाई में डीए में फाइनल कितनी वृद्धि होगी।
जुलाई में 46% हो सकता है महंगाई भत्ता
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, वर्तमान में कर्मचारियों को 42 फीसदी डीए मिल रहा है, अगर 4 फीसदी बढ़ा तो महंगाई भत्ता 46% होगा। नई दरें 1 जुलाई 2023 से लागू हो सकती है और इसका ऐलान रक्षाबंधन से दिवाली के बीच किया जा सकता है, हालांकि अभी अधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है कि कितना डीए बढ़ेगा और कब इसका ऐलान किया जाएगा।इसका लाभ 48 लाख कर्मचारियों और 69 लाख पेंशनभोगियों को मिलेगा। डीए फाॅर्मूला (42 x 29200) / 100 से तय होगा। इसी तरह पेंशनर्स के लिए महंगाई राहत को भी कैलकुलेट किया जाता है।
ऐसे तय होगी डीए/डीआर की दरें
बता दें कि श्रम और रोजगार मंत्रालय के तहत श्रम ब्यूरो द्वारा जारी अखिल भारतीय CPI-IW डेटा के अनुसार सरकार द्वारा महंगाई भत्ता दर तय की जाती है, जिसके बाद केन्द्र सरकार द्वारा साल में 2 बार जनवरी और जुलाई में महंगाई भत्ता बढ़ाया जाता है। जनवरी 2023 के डीए की दरों का ऐलान हो चुका है और अगली बढ़ोत्तरी जुलाई में होना है, संभावना जताई जा रही है कि जुलाई में भी 4 फीसदी डीए बढ़ाया जा सकता है, हालांकि जुलाई में कितना डीए बढ़ेगा, इसका फैसला अप्रैल, मई और जून के CPI-IW आंकडों के आने के बाद तय होगा। यह साल की दूसरी बढ़ोतरी होगी।