Relationship tips : शक के कारण टूटते हैं रिश्ते, इस तरह आपस में बनाए रखें भरोसा

भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। शक (doubt) किसी भी रिश्ते को बर्बाद कर सकता है। अगर रिलेशनशिप (Relationship) में पार्टनर के बीच शक आ जाए तो फिर रोज़ के झगड़े, तकरार आम बात हो जाती है। शक की बीमारी रिश्ते को घुन की तरह खा जाती है। जब आपस में भरोसा नहीं रह जाता तो फिर प्यार चाहे जितना हो, उसमें भी ख़लिश आने लगती है। इसीलिए अगर किसी एक के मन में भी शक उपज रहा है तो उसे और उसके साथी दोनों को इसपर बात करने और इसे दूर करने के प्रयास करने चाहिए। हालांकि ये आसान नहीं, लेकिन रिश्ते को बचाए रखने के लिए अगर दोनों कोशिश करें तो समस्या दूर हो सकती है।

Relationship tips : आपका पार्टनर भी है ज्यादा Emotional, भावुक साथी के साथ ऐसे करें व्यवहार 

  • सबसे पहले अपने शक को दूर करने की कोशिश करें। अपने मन को समझाइये कि ये बस एक इनसिक्योरिटी कॉम्प्लेक्स है। लेकिन अगर फिर भी ये समस्या दूर नहीं हो रही है तो अपने साथी से इस बारे में खुलकर बात कीजिए।
  • दूसरे पक्ष को भी इस मामले में विवेक से काम लेन चाहिए। इस मुद्दे पर न गुस्सा करें न इसे हल्के में ले। अपने साथी को भरोसा दिलाएं कि आप उनके साथ हैं। उनके शक की वजह जानने की कोशिश कीजिए।
  • किसी भी बीमारी की जड़ तक जाना जरुरी है। कारण समझिये कि आपका पार्टनर शक क्यों कर रहा है और उस कारण को दूर करने की कोशिश कीजिए।
  • कहीं इस शक की वजह कोई तीसरा तो नहीं है। जिसके मन में शक आया है वो देखें कि कहीं वो किसी के उकसाने पर तो ऐसा नहीं कर रहा। वहीं दूसरे पार्टनर को भी इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि आप दोनों के बीच कोई तीसरा तो नहीं आ रहा, जिसे ज्यादा महत्व देने के कारण शक उपजा हो।
  • कभी भी आपस में बात बंद मत कीजिए। खासकर रिश्ते में समस्या आने पर संवाद को और मजबूत कीजिए। कई बार अधिकांश समस्याएं बात करने से ही सुलझ जाती हैं।
  • अपने साथी से प्यार जताएं। उसके मन में शक घर कर गया है तो अपने प्यार का भरोसा दिलाएं और बताएं कि वो आपके लिए कितना महत्वपूर्ण है।
  • कभी भी उनकी इनसिक्योरिटी का मजाक न बनाएं। कोशिश कीजिये कि ये बात उनके मन से जड़ से खत्म हो सके।
  • दोनों ही पार्टनर अपने आपको एक दूसरे के स्थान पर रखकर देखें। इससे आपको उनकी कंडीशन समझने में आसानी होगी।
  • अपने साथी को अकेला न छोडे़। इस समय अकेलापन और खतरनाक साबित हो सकता है। उनके साथ बने रहें और लगातार उन्हें एहसास कराते रहें कि आप उनके साथ हैं।
  • अपने फैसले में उन्हें शामिल कीजिए। इससे उन्हें लगेगा कि आप अपने जीवन में उन्हें कितना महत्व देते हैं।
  • एक ब्रेक लेकर कहीं टूर पर निकल जाएं। बाहर निकलने पर आप एक दूसरे को ज्यादा करीब पाएंगे।
  • इतनी कोशिशों के बाद भी अगर समस्या का समाधान नहीं निकल रहा है तो किसी प्रोफेशनल की सहायता लें। रिलेशनशिप काउंसलर इस मामले में आपकी मदद कर सकते हैं।

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श्रुति कुशवाहा

श्रुति कुशवाहा

2001 में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय भोपाल से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर (M.J, Masters of Journalism)। 2001 से 2013 तक ईटीवी हैदराबाद, सहारा न्यूज दिल्ली-भोपाल, लाइव इंडिया मुंबई में कार्य अनुभव। साहित्य पठन-पाठन में विशेष रूचि।