Parrot Missing In Damoh : मध्यप्रदेश अजब है सबसे गजब है। यह कहावत तो हमेशा चरितार्थ होती ही है। इसी कड़ी में दमोह में एक ऐसा अनोखा मामला सामने आया है, जिसे सुनने के बाद लोग इंसान का पक्षियों के प्रति अनोखा प्रेम होने की बात कहना नहीं भूलेगे। यह इंसान और तोते के बीच अनोखे प्रेम की कहानी है।
23 मार्च को खोया तोता
दरअसल, दमोह जिला मुख्यालय से सटे गांव आम चौपरा में रहने वाले श्रीवास्तव परिवार के घर में एक तोता वर्षों से उनके परिवार के सदस्य की तरह रह रहा था। बीते 23 मार्च को यह तोता कहीं खो गया। जिसके बाद से इस परिवार के हर एक सदस्य के द्वारा अपने तोते को खोजने के लिए लगातार प्रयास किए गए लेकिन सफलता ना मिलने पर अब परिवार के द्वारा इस तोते को खोजने के लिए न केवल शहर से सटे इलाके में गुमशुदा के पोस्टर लगाए गए हैं बल्कि इस तोते को खोज कर लाने वाले को ₹1,000 का इनाम दिए जाने की घोषणा भी की गई है।
Continue Reading
इनाम देने की भी घोषणा
इससे भी अनोखी बात है कि तोते की फोटो वाले पोस्टर बांटने के साथ ही अनाउंसमेंट के माध्यम से तोते को खोजने का प्रयास किया जा रहा है। वहीं, परिवार द्वारा अनाउंसमेंट करा कर यह बताया जा रहा है कि यह तोता मिट्ठू, पुच्ची, बेटू बोलता है। जिस किसी को भी इसके बारे में जानकारी हो या किसी के घर में हो वह उसे ₹1,000 का इनाम देंगे।
इतना ही नहीं पुष्पा खरे इस तोते को अपने बेटे की तरह मानती हैं और उसके बारे में बताते हुए फूट-फूट कर रोने रही हैं। तोते के गुम होने की जानकारी लगते ही पुष्पा खरे की बेटी जो उदयपुर में मेडिकल की पढ़ाई कर रही थी। वह उसे खोजने के लिए दमोह पहुंच गई है। बता दें बेटी तोते को हर साल रक्षा बंधन पर राखी भी बांधती है। इसके साथ ही, जब से यह तोता गुम हुआ है, तब से इस पूरे परिवार ने ढंग से खाना भी नहीं खाया। इंसान का किसी पक्षी के प्रति प्रेम का यह बड़ा उदाहरण दमोह में देखने को मिला है।
दमोह से दिनेश अग्रवाल की रिपोर्ट
About Author
Sanjucta Pandit
मैं संयुक्ता पंडित वर्ष 2022 से MP Breaking में बतौर सीनियर कंटेंट राइटर काम कर रही हूँ। डिप्लोमा इन मास कम्युनिकेशन और बीए की पढ़ाई करने के बाद से ही मुझे पत्रकार बनना था। जिसके लिए मैं लगातार मध्य प्रदेश की ऑनलाइन वेब साइट्स लाइव इंडिया, VIP News Channel, Khabar Bharat में काम किया है।
पत्रकारिता लोकतंत्र का अघोषित चौथा स्तंभ माना जाता है। जिसका मुख्य काम है लोगों की बात को सरकार तक पहुंचाना। इसलिए मैं पिछले 5 सालों से इस क्षेत्र में कार्य कर रही हुं।