Rajyog : जून में शनि के वक्री होने से बनेंगे 2 बड़े राजयोग, इन 5 राशियों के लिए बेहद शुभ, सफलता-पदोन्नति और नौकरी के योग

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Kendra Trikon/Shash Mahapurush Rajyog  : वैदिक ज्योतिष में शनिदेव को न्याय और कर्म का कारक ग्रह माना गया है। वर्तमान में शनि देव अपनी मूल त्रिकोण राशि कुम्भ में गोचर कर रहे हैं और 17 जून 2023 की रात 10 बजकर 48 मिनट पर को वो अपनी ही राशि में वक्री हो जाएंगे और 4 नवंबर 2023 को प्रातः: 8:26 बजे तक वक्री रहकर एक बार पुनः मार्गी हो जाएंगे। शनि इस राशि में साल 2025 तक रहेंगे फिर इसके बाद मीन राशि के यात्रा पर होंगे। शनि के कुंभ राशि में होने से शश महापुरुष राजयोग का निर्माण होगा। वही कुंभ राशि में सीधी चाल से केंद्र त्रिकोण राजयोग भी बनाएंगे।

ज्योतिष में शश महापुरुष योग

ज्योतिष शास्त्र में शश महापुरुष योग को बहुत ही शुभ योग माना जाता है। यह शुभ योग शनिदेव से संबंधित होता है। शनि ग्रह की वजह से बनया यह शश महापुरुष योग पंच महायोग में एक योग होता है। किसी जातक की कुंडली में शश महापुरुष योग तब बनता है जब शनि लग्न या फिर चंद्रमा से केंद्र के भावों में मौजूद हो या फिर शनि लग्न या चंद्रमा से पहले, चौथे, सातवें और दसवें भाव में तुला, मकर और कुंभ राशि में स्थित होता है तब इस तरह का योगों का निर्माण होता है। वही शनिदेव कुंभ राशि में मौजूद होने के साथ अपनी मूल त्रिकोण राशि में भी है। शनि के मूल त्रिकोण राशि में होना बहुत ही शुभ और फलदायी माना जाता है।


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Pooja Khodani

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खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। "कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ। खबरों के छपने का आधार भी हूँ।। मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ। इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।। दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)