पाकिस्तान की जानी-मानी महिला अधिकार कार्यकर्ता मलाला यूसुफ़ज़ई को तालिबान चरमपंथियों ने 2012 में सिर में गोली मार दी थी जिसके बाद उन्हें इलाज के लिए बर्मिंघम लाया गया और तब से वो वहीं रह रही हैं। मलाला ने अपनी शादी की जानकारी ख़ुद ट्विटर पर दी और लिखा – “असर और मैंने जीवनसाथी बनने के लिए डोर बाँध ली है।”
बता दें, मलाला के जीवनसाथी असर मलिक (Asser) पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) में जनरल मैनेजर हैं। इससे पहले वे पाकिस्तान सुपर लीग के लिए काम करते थे। मलिक ने एक प्लेयर मैनेजमेंट एजेंसी का संचालन भी किया है। वहीं शादी की जानकारी मिलने के बाद लोगों ने पोस्ट पर कमेंट्स कर मलाला और असर मलिक को निकाह की शुभकामनाएं दी।
2014 में मिला नोबेल शांति पुरस्कार
मलाला को पाकिस्तानी तालिबान ने लड़कियों की शिक्षा का प्रचार करने के लिए गोली मार दी थी, 15 साल की उम्र में साल 2012 में स्कूल से लौटते वक्त मलाला के सिर पर गोली मारी गई थी। ब्रिटेन में मलाला का इलाज चला और बहुत मुश्किल से उनकी जान बची। इसके बाद ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से उन्होंने अपनी शिक्षा पूरी की। मलाला को 17 साल की उम्र में बच्चों के अधिकारों के लिए काम करने वाले भारत के कैलाश सत्यार्थी के साथ वर्ष 2014 में नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। वह दुनिया में अब तक की सबसे कम उम्र की नोबेल पुरस्कार विजेता हैं।