Gwalior Crime News : ग्वालियर पुलिस की तत्परता ने अपहरण की झूठी कहानी से पर्दा उठा दिया है, पुलिस की सख्ती के आगे युवती टूट गई और उसने सच उगल दिया। पुलिस ने बताया कि युवती का अपहरण नहीं हुआ था और ना ही उसके साथ कोई गेंग रेप हुआ, युवती को उसके रिश्तेदार ने बॉय फ्रेंड के साथ देख लिया था उससे बचने के लिए युवती ने ये कहानी रची थी।
ये है पूरा मामला
घटना शनिवार रात 9 बजे के आसपास की है जब बहोड़ापुर थाना क्षेत्र में विनय नगर बिजली घर के पास झाड़ियों के पास कुछ लोगों ने एक युवती के चिल्लाने की आवाज सुनाई दी। लोग जब आवाज की दिशा में गए तो उन्हें एक युवती के हाथ पैर बंधे दिखाई दिए वो मदद के लिए पुकार रही थी, लड़की ने कहा कि उसे किडनेप कर उसके साथ गेंग रेप हुआ है, लोगों ने तत्काल बहोड़ापुर पुलिस को इसकी सूचना दी।
Continue Reading
पुलिस की कड़ी पूछताछ में टूट गई युवती
एडिशनल एसपी ऋषिकेश मीणा ने बताया कि युवती के साथ हुए घटनाक्रम की जानकारी मिलते ही पुलिस एक्टिव हुई, युवती को बंधन मुक्त किया, उसे थाने लेकर आये और सामान्य होने के बाद जब उससे पूछताछ की गई, इस बीच पुलिस ने आसपास के सीसीटीवी खंगाले तो कुछ घटना संदेहास्पद लगी, उधर पुलिस की करीब एक घंटे की पूछताछ में जो कहानी सामने आई वो पुलिस की तफ्तीश से मैच खाने लगी, जिसके मुताबिक ना तो लड़की का अपहरण हुआ और न ही उसके साथ गेंग रेप हुआ।
रिश्तेदार ने बॉय फ्रेंड के साथ देख लिया था इसलिए रची कहानी
पुलिस ने बताया कि युवती के एक दूर के रिश्तेदार उसे पसंद करते हैं लेकिन लड़की किसी दूसरे से प्यार करती है, उसी रिश्तेदार ने उसे बॉय फ्रेंड के साथ देख लिया था, रिश्तेदार को ये बात अच्छी नहीं लगी और उसने धमकी दी कि कि तुम्हारी ये बात मैं घर वालों को बता दूंगा।
दूर के मामा का रोकना टोकना पसंद नहीं थी, उन्हें फंसाने की थी प्लानिंग
धमकी सुनने के बाद युवती ने अपने उस रिश्तेदार को फंसाने के लिए पूरी कहानी रची, उसने अपने हाथ से ही हाथ पैर बांधे, उसके साथ कुछ गलत नहीं हुआ। पुलिस ने बताया कि युवती के दूर के मामा उसे रोका टोकी करते थे, ये बात उसे पसंद नहीं थी और उन्हें फंसाने के लिए कहानी बनाई।
पुलिस ने फ़िलहाल छोड़ा, शिकायत आई तो होगी कार्यवाही
एडिशनल एसपी ऋषिकेश मीणा ने कहा कि पुलिस ने फिलहाल युवती को हिदायत देकर छोड़ दिया है, इस मामले में कोई फरियादी सामने नहीं आया है , यदि युवती के मामा या माँ अथवा कोई अन्य किसी तरह की शिकायत करता है तो उस हिसाब से नियमानुसार कार्यवाही की जाएगी।
About Author
Atul Saxena
पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....
पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....