Singrauli News : खुले वाहनों से हो रहा फ्लाईऐश का परिवहन, नियमों की उड़ाई जा रही है धज्जियां

Amit Sengar
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Madhya Pardesh News : सिंगरौली जिले के सिंगरौलिया, हिर्रवाह तथा खजुरी गांव में लंबे समय से हवाई पट्टी का निर्माण कार्य चल रहा है। कई दशकों बाद अब निर्माण कार्य में कुछ तेजी दिखाई पड़ रही है परन्तु हवाई पट्टी निर्माण में जो फ्लाईऐश (जले कोयले की राख) की फीलिंग हो रही है बता दें कि यह फ्लाईऐश (flyash) का परिवहन नियम कायदों को ठेंगा दिखाते हुए खुले वाहनों से की जा रही है। खुले राख के परिवहन से आस-पास की सड़कों के साथ-साथ कई गांव राख से पट गये हैं।

यह है नियम

एनजीटी के निर्देश और प्रशासन से फ्लाईऐश के परिवहन के लिए दी गई अनुमति में स्पष्ट लिखा है कि फ्लाईऐश का परिवहन विकल्प के तौर पर बल्कर जैसे बंद वाहनों में किया जाए। मगर फ्लाईऐश के परिवहन में जारी निर्देशों व शर्तों को दरकिनार किया जा रहा है। खुलेआम सडक़ मार्ग के जरिए डंपर व हाइवा जैसे खुले वाहनों में फ्लाईऐश का परिवहन किया जा रहा है। हर बार की तरह इस मामले में भी जिम्मेदार आंखों पर पट्टी बांधकर आफिसों में बैठे हैं। राख परिवहन वाहनों द्वारा की जा रही खुलेआम अंधेरगर्दी से आस-पास के ग्रामीणों में काफी आक्रोश व्याप्त है।

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मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है। वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”