ऑटोमोबाइल, डेस्क रिपोर्ट। वाहन दुर्घटनाओं से चिंतित सरकार अब गाड़ी के टायर (Tyre Design New Rule) को लेकर गंभीर हुई है। सड़क के सफर को सुरक्षित बनाने की दिशा में केंद्र सरकार ने अब नया नियम बनाया है। इससे पहले सरकार ने कारों में एयरबैग अनिवार्य किया फिर उसकी संख्या को 6 कर दिया। अब सरकार ने गाड़ियों में लगने वाले टायरों को लेकर बड़ा फैसला लिया है। नए फैसले के मुताबिक एक अक्टूबर से अब मार्केट में नए डिजाइन के टायर मिलेंगे, भविष्य में इनका ही उपयोग किया जा सकेगा।
ये होगा टायर का नया स्टैण्डर्ड
सरकार ने सड़क दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाने की दिशा में अहम कदम उठाया है, सड़क परिवहन और सुरक्षा से जुड़े नियमों में लगातार संशोधन और परिवर्तन कर रही केंद्र सरकार ने अब गाड़ियों के टायर के नए मानक (Tyre Design New Rule) तय किये हैं। नए मानक के मुताबिक, गाड़ियों के टायर की गुणवत्ता और डिजाइन अब AIS-142:2019 के अनुरूप होगी।
सभी टायरों पर लागू होगा नियम
जानकारी के मुताबिक नए नियम में सभी तरह के C1, C2, C3 कैटेगरी के टायरों को शामिल किया गया है। C1, C2 और C3 कैटेगरी टायर के लिए AIS-142:2019 स्टेज 2 (AIS – Automotive Indian Standard) अनिवार्य होगी। गौरतलब है कि मोटर व्हीकल एक्ट में 10वें संशोधन का नोटीफिकेशन जारी कर दिया गया है जिसके हिसाब से रोलिंग रेजिस्टेंस, वेट ग्रिप और रोलिंग साउंड इमीशन के लिए नए मानक बनाए गए हैं।
अप्रैल 2023 से इसी मानक के टायर के साथ गाड़ी बिकेंगी
नए टायर को सड़क के साथ घर्षण, गीली सड़क पर पकड़ और तेज गति में कंट्रोल के साथ साथ चलने के दौरान कितनी आवाज आती है इसके अनुसार सुरक्षित बनाना होगा, इससे ग्राहक को खरीदने के दौरान पता चल सकता है कि टायर कितना सुरक्षित है। सरकार ने तय किया है कि एक अप्रैल 2023 से हर गाड़ी में इन्हीं डिजाइन के टायर देना अनिवार्य होगा और नए डिजाइन वाले टायर के साथ ही गाड़ियां बिकेंगी।
कस्टमर को ये होगा फायदा
टायर का नया मानक यानि नए स्टैण्डर्ड के टायर मिलने से कस्टमर को कई तरह के फायदे होंगे। इसका सबसे बड़ा फायदा ये होगा कि विदेशों से घटिया क्वालिटी के टायर इंपोर्ट पर रोक लगेगी। अभी भारत में चीन से बड़े पैमाने पर टायरों का आयात किया जाता है। ग्राहकों को इससे दूसरा फायदा ये होगा कि उन्हें टायर की रेटिंग के आधार पर उसकी क्वालिटी पहचानने में आसानी होगी। नए डिजाइन की वजह से उन्हें सड़क पर टायरों से बेहतर ग्रिप मिलेगी और टायरों की क्वालिटी भी पहले से अच्छी होगी।