3rd World Ramayana Conference : सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रभु श्रीराम और रामायण के बिना देश जाना नहीं जा सकता है। रामायणजी ने दुनिया के बड़े हिस्से को प्रभावित किया है। ये बात उन्होने जबलपुर में आयोजित तीसरी वर्ल्ड रामायण कांफ्रेंस को वर्चुअली संबोधित करते हुए कही। उन्होन कहा कि ‘राम तो सबके हैं। इस अंतर्राष्ट्रीय रामायण कॉन्फ्रेंस का ध्येय वाक्य है “रामायण की सौम्य शक्ति”। दुनिया की सभी समस्याओं का हल कहीं है तो भारतीय चिंतन में है, भारतीय सोच में है।’
मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘अयं निजः परो वेति गणना लघुचेतसाम्। उदारचरितानां तु वसुधैव कुटुम्बकम् ।। सारी दुनिया ही एक परिवार है और इसी से निकलता है धर्म की जय हो, अधर्म का नाश हो, प्राणियों में सद्भाव हो और विश्व का कल्याण हो। सचमुच में श्रीराम हमारे रोम-रोम में रमे और हमारी हर सांस में बसे हैं।’ उन्होने कहा कि संस्कारधानी जबलपुर सचमुच में भाग्यशाली है। यहाँ की पावन धरती से भौतिकता की अग्नि में दग्ध विश्व मानवता को शांति का दिग्दर्शन होगा। इस सम्मेलन से रामायण में निहित प्रेम, शांति, प्रसन्नता, एकता एवं भाईचारे का संदेश जाएगा। सीएम ने कहा कि ‘रामायण एक अद्भुत ग्रंथ है। मैं बचपन से रामायण जी पढ़ता रहा हूं। ये तीसरा वर्ल्ड रामायण कांफ्रेंस है और रामायण ने दुनिया के बड़े हिस्से को प्रभावित किया है। दुनिया के अलग अलग हिस्सों में रामायण जी का चित्रण और मंचन होता है। रामायण देश की सीमाओं में सीमित नहीं है।’