ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, इस साल रामनवमी के अवसर पर 12 साल बाद गुरु आदित्य योग का निर्माण हो रहा है जोकि काफी ज्यादा शुभ माना जा रहा है। इस दौरान भगवान राम की शंख की ध्वनि के साथ जन्म आरती करने से जातकों को शुभ परिणाम मिलेंगे।
12 साल बाद बन रहा शुभ योग
ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार, रामनवमी के अवसर पर यानी बुधवार के दिन अश्लेषा नक्षत्र, शूल योग, कोलव करण व कर्क राशि में चंद्रमा की मौजूदगी में यह त्यौहार मनाया जाएगा। दरअसल, इस दिन 12 साल बाद गुरु और सूर्य एक ही राशि में विराजमान रहेंगे। जिस कारण गुरु आदित्य राजयोग का निर्माण हो रहा है। बता दें कि सूर्य मेष राशि में उच्च के माने जाते हैं तो वहीं गुरु समकारक मित्र है।
महत्व
राम नवमी हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण त्योहार है। इस दिन भगवान राम का अवतार होने के अवसर पर लोग भक्ति और उत्साह के साथ उनकी पूजा-अर्चना करते हैं। राम नवमी का आयोजन चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की नवमी को किया जाता है, जो कई बार हिन्दू कैलेंडर के अनुसार मार्च या अप्रैल महीने में पड़ता है। इस दिन लोग रामायण कथा सुनते हैं, भजन गाते हैं, मंदिरों में दर्शन करते हैं और धार्मिक कार्यक्रमों में भाग लेते हैं।
इन मंत्रों का करें जाप
- “ॐ श्री रामाय नमः”
- “ॐ राम रामाय नमः”
- “श्री राम जय राम जय जय राम”
- “जय श्री राम”
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