छतरपुर- दिहाड़ी मजदूर की बेटी ने 10 वीं बोर्ड में किया मध्यप्रदेश में टॉप

छतरपुर, डेस्क रिपोर्ट। कहते है प्रतिभा के सामने कभी भी कोई मुश्किल बड़ी नहीं होती है, इसे फिर साबित किया है, मध्यप्रदेश की एक बिटिया नैन्सी दुबे ने, छतरपुर की नैंसी दुबे ने मध्यप्रदेश की 10वीं बोर्ड परीक्षा में 496 मार्क्स लेकर पूरे प्रदेश में टॉप स्थान हासिल किया। नैंसी एक्सीलेंस स्कूल की छात्रा है। खास बात यह है कि 5 भाई बहनों में तीसरें नंबर की नैन्सी के पिता दिहाड़ी मजदूर है,वह एक दुकान में काम करते है, घर की आर्थिक स्थिति कमजोर होने के चलते नैन्सी ने कोचिंग तक जॉइन नहीं की, उसने भीषण गर्मी, कड़कड़ाती सर्दी और बारिश में भी अपनी साइकिल से घर से स्कूल का 12 किलोमीटर का सफर रोजाना तय किया, यू ट्यूब से पढ़ाई की और नतीजा आज सबके सामने है, बेटी की इस सफलता से माता-पिता के आँसू नहीं थम रहे है।

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नैन्सी की इस उपलब्धि पर उसके परिवार की खुशी देखते ही बन रही है, मातापिता भावुक है उनकी आँखों से खुशी के आँसू बरस रहे है, नैन्सी की माने तो उसके माता पिता ने उनी गरीबी को कभी बचहो की पढ़ाई में आड़े नहीं आने दिया, कैसे भी हालात रहे हो उन्हे पढ़ाई से कभी रोका नहीं गया, बल्कि गावं में कक्षा 8 वीं के बाद स्कूल नहीं है तो ऐसे में घर से करीबन 7 से 8 किलोमीटर दूर जाकर दूसरे स्कूल में दाखिला लेना पड़ा, इसका भी विरोध गावंवालों ने किया कि लड़की का काम चूल्हा चौका है इन्हे मत पढ़ाओ, मगर माता पिता ने किसी की नहीं सुनी और स्कूल में आगे की पढ़ाई के लिए भेजा, नैन्सी के पिता किराने की दुकान में काम करते है, वह बताते है कि कुछ साल पहले तक उन्हे रोजाना 5 रुपये दिहाड़ी मिलती थी उसके बावजूद भी उन्होंने बच्चों को पढ़ाने में कोई कमी नहीं रखी, आज जब नैन्सी ने इतनी बड़ी सफलता हासिल की तो उनका सीना गर्व से चौड़ा हो गया है। वही नैन्सी की मम्मी भी उसकी सफलता से बेहद खुश है, नैन्सी का सपना डाक्टर बनने का है, वही उसकी बड़ी बहन भी PSC की तैयारी में जुटी है। फिलहाल नैन्सी के गांव में भी हर्ष का माहौल है, लोगों का कहना है कि बच्ची की सफलता ने इलाके की और बच्चियों के लिए भी राह खोल दी है।

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Harpreet Kaur