जबलपुर: अस्पताल में हुए अग्निकांड के बाद जांच में अब तक 24 निजी अस्पतालों के पंजीयन रद्द

जबलपुर, डेस्क रिपोर्ट। जबलपुर के न्यू लाइफ मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल में लगी आग के मामलें में जिम्मेदारों पर गाज गिरना जारी है, अब इस अस्पताल की इमारत में अवैध निर्माण के मामले में दमोहनाका नगर निगम संभागीय कार्यालय में पदस्थ संभागीय यंत्री शैलेंद्र गौरव और उपयंत्री अक्षय सरावगी को सस्पेंड कर दिया गया है। इस घटना के बाद मुख्यमंत्री ने नाराजगी जाहिर करते हुए जांच के आदेश दिए थे जिसके बाद अस्पताल से संबंधित भवन अनुज्ञा अतिक्रमण व अन्य पहलू की जांच नगर निगम ने कराई थी। इसमें यह तथ्य सामने आए कि अस्पताल प्रबंधन ने गलत जानकारी देकर भूतल और प्रथम मंजिल का नक्शा और फायर प्लान जमा किया था। इसके बाद अवैध तरीके से अतिरिक्त मंजिल का निर्माण कर लिया था। जिसके बाद नगर निगम आयुक्त आशीष वशिष्ठ ने नगर निगम के उपयंत्री और संभागीय यंत्री पर निलंबन कर कार्रवाई की है। वही शहर के निजी अस्पताल और नर्सिंग होम्स की जांच के बाद स्वास्थ्य विभाग ने 12 और अस्पतालों के पंजीयन रद्द कर दिए है, कुल अब तक जबलपुर के शहरी और ग्रामीण इलाकों में 24 अस्पतालों का पंजीयन रद्द किया गया है। 

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अस्पताल में हुए इस अग्निकांड में 10 लोगों की मौत हो गई थी वही 20 से ज्यादा लोग घायल हुए थे, घटना के बाद शहर के सभी निजी अस्पतालों और नर्सिंग होम्स में फायर एनओसी सहित अन्य मापदंडों को  जायजा लगातार लिया जा रहा है। जिसके बाद चार और निजी अस्पतालों का लाइसेंस निरस्त किया गया है। जिन्होंने इस मापदंड को पूरा नहीं किया है, अब तक जिसमें अब तक कुल 24 निजी अस्पतालों के लाइसेंस निरस्त किए जा चुके हैं। लाइसेंस निरस्त निजी अस्पतालों में नए मरीज भर्ती करने पर रोक लगा दी गई है।


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Harpreet Kaur