भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। पंचायत चुनावों से पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh Chauhan) ने सोमवार को बड़ी घोषणा की, उन्होंने त्रिस्तरीय पंचायतों की प्रशासकीय समितियों से वापस लिए गए प्रशासकीय अधिकार उन्हें वापस दे दिए। ये अधिकार मिलने के बाद अब पंचायतों का संचालन करना आसान हो जायेगा क्योंकि अब विकास कार्यों के लिए राशि का आहरण हो सकेगा। मुख्यमंत्री सोमवार को प्रशासकीय समितियों और उनके प्रधानों को सम्बोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सोमवार को पंचायतों की प्रशासकीय समितियों और उनके प्रधानों को सम्बोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि लोकतंत्र में निर्वाचित प्रतिनिधि जनता के प्रति जवाबदेह होता है। मैंने प्रशासकीय समिति बनाकर आप लोगों को जिम्मेदारी सौंपी थी। आज मैं आपको एक जिम्मेदारी सौंपना चाहता हूं। कोविड की तीसरी लहर आ चुकी है, हम सभी को फिर से मैदान में उतरना होगा।
कोरोना की टेस्टिंग और अस्पताल की व्यवस्थाओं का जिम्मा प्रशासन पर है, आप भी सहयोग करें। आप गांव में उन लोगों पर विशेष नजर रखें जिन्हें सर्दी, जुकाम या बुखार है, उनकी तुरंत जांच करवाएं और सुनिश्चित करें कि वह संक्रमित हैं या नहीं। गांव में किसी को सर्दी -जुकाम हो, तो उनका टेस्ट तत्काल करवाएं। इसे साधारण सर्दी जुकाम मानकर लापरवाह न हों, टेस्ट के लिए प्रेरित कीजिए।
15 से 18 वर्ष आयु वर्ग के बच्चों को भी टीका लगाया जा रहा है, लेकिन कई बच्चे हैं जो स्कूल नहीं जा रहे हैं। ऐसे बच्चों का पता लगाकर उन्हें भी टीका लगवाने की व्यवस्था करें। गांव में जो होम आइसोलेट होने वाले संक्रमित व्यक्ति हैं उनकी मदद करें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पंचायत के तीनों स्तर पर दिए गए प्रशासकीय अधिकार बीच में वापस ले लिए गए थे, जिसे आज मैं फिर से प्रदान कर रहा हूं। आप सभी को पूरी कर्तव्यनिष्ठा, ईमानदारी और समर्पण से जनता के बीच जाकर जनता के कामों को देखना है। जब भी हमें जनता की सेवा करने का अवसर मिले हम पूरे संकल्प और समर्पण के साथ जुट जाएं। कोरोना से उपजी परिस्थितियों में हमें जनता की सेवा करना है। समितियां गांव के विकास पर भी नजर बनाए रखें, उसमें भी सहयोग करें