Mahashivratri 2023:इस साल महाशिवरात्रि 18 फरवरी को पड़ रही है। इस पर्व का बेहद की खास महत्व होता है। इस दिन प्रदोष व्रत की त्रयोदशी तिथि रात 8:20 बजे शुरू हो रही है, जिसके बाद चतुर्थी तिथि भी शुरू हो जाएगी। साथ ही भद्रा का योग भी बनेगा। जिसका समापन 19 फरवरी सुबह 06:56 बजे होगा। हिन्दू मान्यताओं के मुताबिक भद्रा बहुत ही प्रभावशाली माना जाता है। भद्रा का निवास स्थान पाताल माना जाता हस। इसलिए यह मान्य नहीं होता होगा।
विधि अनुसार करें भगवान शिव की पूजा
क्योंकि भद्रा का स्थान पृथ्वी पर नहीं है। इसलिए इस दिन इसलिए पूजा में कोई भी बाधा उत्पन्न नहीं होगी। महादेव खुद महाकाल हैं, जिनपर इसका कोई दुष्प्रभाव नहीं होगा। भक्तगण विधि के अनुसार महाशिवरात्रि की पूजा कर सकते हैं। वहीं ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक इस दिन सवार्थ सिद्धि योग शाम 5:42 बजे से लेकर 19 फरवरी सुबह 06:56 बजे तक बन रहा है। इस दौरान महाशिवरात्रि की निशिता पूजा करना शुभ होगा। भगवान का आशीर्वाद प्राप्त होगा। पूजा के दौरान कुछ बालों का ख्याल रखना बहुत ही जरूर होता है।